अक्षय तृतीया का पावन पर्व पर राजराजेश्वर सहस्त्रबाहु अर्जुन भगवान का नातां स्थित प्रतिमा पर दुग्धाभिषेक किया गया, जलाभिषेक किया गया, माल्यार्पण किया गया, विधि विधान से पूजा अर्चना की गई और उनकी आरती उतारी गई गई और प्रसाद वितरण किया।

हैहय क्षत्रिय कलाल समाज कोटा के अध्यक्ष विकास मेवाडा के नेतृत्व में आयोजित कार्यक्रम में सैकडों की संख्या में लोग उपस्थित रहे। विकास मेवाडा ने इस दौरान कहा कि अक्षय तृतीया के दिन ही हमारे कुल देवता भगवान सहस्रार्जुन का राज्याभिषेक हुआ था। मेवाडा ने कहा कि सहस्त्रबाहु अर्जुन, जिन्हें कार्तवीर्य अर्जुन के नाम से भी जाना जाता है, महिष्मती के राजा थे और उन्हें भगवान दत्तात्रेय का परम भक्त माना जाता था। उन्हें अपने हजार हाथों के लिए सहस्त्रबाहु के नाम से जाना जाता था, जो दत्तात्रेय के आशीर्वाद से प्राप्त हुए थे। सहस्त्रबाहु अर्जुन, हैहय वंश के शासक थे और उन्होंने महिष्मती में राज्य किया और निर्धन की मदद की और अपने शासनकाल में सभी का भला किया। उनकी शक्ति इतनी प्रबल थी कि उन्होंने लंका पर आक्रमण कर रावण को बंदी बना लिया था। एक सफल शासक के रूप में उन्हें जाना जाता है। इस अवसर पर कलाल समाज के कोषाध्यक्ष ओम पारेता, कलाल समाज के पूर्व अध्यक्ष नरेंद्र भास्कर, कन्हैया सुवालका, मेवाड़ा पंचायत के अध्यक्ष महेंद्र मेवाड़ा, कलाल समाज के पूर्व कोषाध्यक्ष मोहन सुवालका, संरक्षक धर्मेंद्र सुवालका, कुन्हाड़ी सुवालका पंचायत के अध्यक्ष बाबू लाल नागर, डायरेक्टर शांति सुवालका, सदस्यता अभियान के संयोजक संजय पारेता, खेड़ा पंचायत के अध्यक्ष राजू पारेता, महिला मंडल की संरक्षक हंसा कलवार, अरुणा मेवाड़ा, सुनीता पारेता, मंजूलता सुवालका, महिला मंडल की कोषाध्यक्ष शिवानी कलवार, मंत्री सोनल बबेरवाल, भाजपा महिला मोर्चा दादाबाड़ी मंडल अध्यक्ष जैस्मिन मेवाड़ा, युवा मंडल संरक्षक मोनू मेवाड़ा, कपिल कलवार, युवा मंडल अध्यक्ष लाडपुरा लक्की पारेता, कोटा उत्तर राहुल सुवालका, रामगंज मंडी जितेंद्र पारेता, समाजसेवी रामेश्वर बबेरवाल, दीपेश पारेता, नरेंद्र सुवालका, अनिल पारेता, सत्येंद्र पारेता,आशीष मेवाड़ा,माया सुवालका,अंजू मेवाड़ा, हरिओम मेवाड़ा,पुनीत कलवार, धीरज कलवार, जितेंद्र सुवालका, बाबूलाल नागर, संजय सुवालका, अक्षय सुवालका, कृष्णा सुवालका, कलाल समाज के कई प्रतिनिधि और समाजबंधु उपस्थित रहे।