कोटा थर्मल में अखिल भारतीय विद्युत खेल नियंत्रण बोर्ड के तत्वाधान में 46 वीं पावरलिफ्टिंग और बॉडी बिल्डिंग टूर्नामेंट के समापन समारोह के मुख्य अतिथि राजस्थान विद्युत उत्पादन निगम लिमिटेड के निदेशक प्रोजेक्ट के.एल.मीणा व विशिष्ठ अतिथि कोटा थर्मल के अतिरिक्त मुख्य अभियन्ता वाई एस कटियार रहे। देर रात तक चले रोमांचक मुकाबलों के बाद विभिन्न राज्यों के विजेता खिलाड़ियों को पुरस्कार वितरित किये। टूर्नामेन्ट में बॉडीबिल्डिंग का विद्युतश्री उत्तराखण्ड के रमन पटेल को व शेलेन्द्र श्रीवास को पावरमैन के खिताब से नवाजा गया।
इस मौके पर मुख्य अतिथि श्री के एल मीना ने खिलाड़ियों को अपने सम्बोधन में पावरलिफ्टिंग और बॉडीबिल्डिंग प्रतियोगिता को खेल विकास में सराहनीय कदम बताया इससें विभिन्न राज्यों के विद्युत विभागों में कार्यरत उत्कृष्ट खिलाड़ियों को अपनी प्रतिभा कौशल दिखाने का अवसर मिला है। उन्होने अखिल भारतीय विद्युत स्तर की प्रतियोगिता पहली बार राजस्थान में कराए जाने पर और राजस्थान की पावरलिफ्टिंग टीम के शानदार प्रदर्शन करते हुए प्रथम बार टीम चैम्पियनशिप में द्वितीय स्थान प्राप्त करने पर बधाई दी।
टूर्नामेन्ट आयोजन समिति अध्यक्ष सुनीत जैन ने अपने समापन भाषण में पहलीबार मेंजबानी मिलने पर फेडरेशन का आभार जताया साथ ही प्रतियोगिता के सफल आयोजन पर विशेषकर अधीक्षण अभियन्ता मलकीत सिंह, बलजीत सिंह अधिशाषी अभियन्ता महेन्द्र सिंह सोलंकी, क्षमा कटारा, एन के शर्मा, सहायक निदेशक जनसम्पर्क पवन शर्मा, सहायक अभियन्ता निशान्त शर्मा व अरविन्द स्वामी सहित समस्त आयोजन समिति सदस्यों को धन्यवाद ज्ञापित किया।
समिति के सदस्य एवं थर्मल के संयुक्त निदेशक हेमन्त मदान ने खेल की महत्ता के बारे बताया और युवा पीढ़ी को खेलों में बढ़चढ़ कर हिस्सा लेने के लिये प्रेरित किया और प्रतिभागियों का आभार व्यक्त किया विशेषकर राजस्थान टीम द्वारा दो स्वर्ण, तीन रजत और दो कॉस्य पदक जीतकर राजस्थान का गौरव बढ़ाने के लिये शुभकामनाएं दी।
समिति के सदस्य एवं थर्मल के उपमुख्य अभियन्ता ए के चालाना ने राजस्थान बॉडी बिल्डिंग एसोसिऐशन और कोटा जिला पावरलिफ्टिंग एसोसिएशन के सचिव अशोक औदिच्य और रेफरी चंद्रेश सोनी, एम्पायर अन्तराष्ट्रीय पावरलिफ्टिंग खिलाड़ी मनीषा प्रजापति, शहजाद, आशीष जैमन, सैफी रिजवी, जितेन्द्र की सहमति के बाद प्रतियोंगिता के परिणाम की घोषणा की। पावरलिफ्टिंग टूर्नामेन्ट में पंजाब को प्रथम, राजस्थान को द्वितीय और मध्यप्रदेश का तृतीय स्थान मिला।
प्रतियोगिता के अन्तिम दिन हुए रोमांचक मुकाबलों में 93 किग्रा भारवर्ग के पावरलिफ्टिंग में राजस्थान के अजीत सिंह ने स्वर्ण, विशाल वर्मा (मप्र) ने रजत व अमनदीप सिंह (पंजाब) ने कॉस्य पदक जीता। 105 किग्रा भारवर्ग के पावरलिफ्टिंग में राजस्थान के हरीश कुमार मीना ने स्वर्ण, सुरेन्द्र सिंह (पंजाब) ने रजत व अतुल समाधिया (मप्र) ने कॉस्य पदक जीता। 120 किग्रा भारवर्ग के पावरलिफ्टिंग में किशन सिंह (पंजाब) ने स्वर्ण, राजस्थान के जोधपुर डिस्कॉम नन्दारी के नरेश कुमार गोयल ने रजत व प्रसाद सुरेश (महाराष्ट्र) ने कॉस्य पदक जीता। 120 किग्रा से अधिक भारवर्ग के पावरलिफ्टिंग में गगन सिंह (पंजाब) ने स्वर्ण राजस्थान के जयपुर डिस्काम धौलपुर के रूपसिंह ने रजत व अफजल खान (मप्र) ने कॉस्य पदक जीता।
समारोह के विशिष्ठ अतिथि वाई एस कटियार ने बॉडीबिल्डिंग टूर्नामेंट परिणामों की घौषणा की। बॉडीबिल्डिंग टूर्नामेंट में महाराष्ट्र को प्रथम, हरियाणा को द्वितीय व उत्तराखण्ड को तृतीय स्थान मिला। बॉडीबिल्डिंग में 162 सेमी हाइट वर्ग में महाराष्ट्र के सुनील सेवन्त ने स्वर्ण, शीनू सिंह (हरियाणा) ने रजत व नरेन्द्र कश्यप (उत्तराखण्ड) ने कॉस्य पदक जीता। 167 सेमी हाइट वर्ग में उत्तराखण्ड के रमन पटेल ने स्वर्ण, विजय सिंह (हरियाणा) ने रजत व नामदेव शिन्दे (महाराष्ट्र) ने कॉस्य पदक जीता। 172 सेमी हाइट वर्ग में महाराष्ट्र के राहुल काम्बले ने स्वर्ण, नरेन्द्र सिंह (पंजाब) ने रजत व जयपुर डिस्कॉम झालावाड़ के शाकिर हुसैन (राजस्थान) ने कॉस्य पदक जीता। 172 सेमी से अधिक हाइट वर्ग में महाराष्ट्र के अमित पटेल ने स्वर्ण, बिजेन्द्र हुड्डा (हरियाणा) ने रजत व जसप्रीतसिंह (पंजाब) ने कॉस्य पदक जीता।
अखिल भारतीय विद्युत खेल नियन्त्रण बोर्ड में राजस्थान से कार्यकारी सदस्य और सहायक निदेशक जनसम्पर्क पवन शर्मा ने बताया कि राजस्थान विद्युत निगम टीम के 2 खिलाड़ियों ने पहली बार अखिल भारतीय स्तर की प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक प्राप्त किये है। अन्य राज्यों के पदक विजेता खिलाड़ी स्पोर्ट्स कोटे से भर्ती होकर नौकरी से स्पेयर रहकर नियमित खेलों का अभ्यास करते हैं। वहीं राजस्थान विद्युत निगम के सभी पदक विजेता कर्मचारी परीक्षा देकर भर्ती हुए है और प्रतिदिन अपनी नौकरी के पश्चात् समय निकालकर अभ्यास करते है। इस प्रकार से हमारे पदक विजेता सभी खिलाड़ियों ने विपरीत परिस्थितियों में भी पदकीय सफलता प्राप्त कर ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की है, आशा से भविष्य में इसे कायम रखेंगें।