श्री हिंदी साहित्य समिति कोटा एवं बेस्ट सेंट्रल रेलवे एम्पलाइज यूनियन के संयुक्त तत्व प्रधान में गणतंत्र दिवस के पावन पर्व के उपलक्ष में मासिक काव्य गोष्टी का आयोजन किया गया। अध्यक्षता राजस्थान सरकार के पाठ्य पुस्तक मंडल में प्रन्यासी अरविंद सिसोदिया एवं समिति के अध्यक्ष डॉ रघुराज सिंह कर्मयोगी ने की। मुख्य अतिथि के पद पर प्रख्यात कवि किशन लाल वर्मा सुशोभित रहे।भगवत सिंह मयंक, नंदकिशोर मीणा, जमील कुरैशी विशिष्ट अतिथि के रूप में पदासीन रहे। गोष्ठी का सफल संचालन बाल साहित्यकार महेश पंचोली ने किया। मंचासीन अतिथियों द्वारा मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण किया गया। इसके बाद सरस्वती वंदना भगवत सिंह मयंक ने की। 

             इस अवसर पर रघुराज सिंह कर्मयोगी, अरविंद सिसोदिया, जमी कुरेशी, महेश पंचोली, कालीचरण राजपूत, सुरेंद्र सिंह गौड़,दीनानाथ त्रिपाठी, बालूलाल वर्मा, किशनलाल वर्मा, नरेंद्र शर्मा, रमाकांत शर्मा, सीमा तबस्सुम, हलीम आईना, चौथमल प्रजापति, घासीलाल पंकज,रतनलाल वर्मा, नंदकिशोर मीणा, देशबंधु पांडे, रामकरण प्रभाती, सलीम स्वतंत्र, दीनबंधु परालिया, आदि रचनाकारों ने देशभक्ति की कविताओं से काव्य गोष्ठी में देशभक्ति के रंग भरे। डॉ रघुराज सिंह कर्मयोगी ने अपनी कविता कुछ यूं प्रस्तुत की -

    छीना तुझसे देश बंगला खाक क्या कश्मीर लेगा।

    ढाई घर तू चल रहा है एक प्यादा मात देगा।

महेश पंचोली - 

      शहीदों को नमन करना ही हम सब का फर्ज है।   

      चुका न पाएंगे कभी हम पर इतना कर्ज है।

अरविंद सिसोदिया - 

   करुण कहानी विभाजन की वीरों तुम्हें पुकारती।

   जाग उठो, अब जाग उठो बनाएं अखंड भारती।

 हलीम आईना - 

       यह धरती आन बान और शान की है।

       वफा की, त्याग की बलिदान की है।