विश्व गुरु है गौरवमयी भारतीय संस्कृति - बिरला
ज्योतिष एवं धर्मशास्त्र परिषद के व्रतोत्सवादि पत्रम 2025 का हुआ विमोचन
बून्दी। बून्दीस्थ ज्योतिष एवं धर्मशास्त्र परिषद बून्दी के द्वारा संपादित एवं निर्णीत व्रतोत्सवादि पत्रम 2025 का विमोचन एवं लोकार्पण कार्यक्रम सोमवार को लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला के मुख्य आतिथ्य में हुआ। इस अवसर पर सुरेश अग्रवाल, रामेश्वर मीणा, राजेंद्र सोनी एवं परिषद के अध्यक्ष पं. श्रीकान्त शर्मा चालक देवी वाले मंचासीन रहे। इस अवसर पर बोलते हुए मुख्य अतिथि बिरला ने कहा कि भारतीय संस्कृति विश्व गुरु रही है। हमने दुनिया को विश्वबंधुत्व के साथ, ज्ञान, चरित्र, अनुशासन एवं आध्यात्मिकता का ज्ञान प्रदान किया है। इस आध्यात्मिक ज्ञान एवं संस्कृति को जीवित रखने एवं नई पीढ़ी को हस्तांतरित करने में समाज के प्रबुद्ध जन एवं आचार्यवर्ग की महत्वपूर्ण भूमिका है। बिरला ने कहा कि नई पीढ़ी अपनी गौरवमय संस्कृति से परिचित हो, यह महत्वपूर्ण सामाजिक दायित्व है, प्रसन्नता का विषय है कि बून्दीस्थ ज्योतिष एवं धर्मशास्त्र परिषद द्वारा सांस्कृतिक सरोकारों को संचित कर साहित्य के रूप में लगातार गति दी जा रही है । उन्होंने इस अवसर पर परिषद के वार्षिक व्रतोत्सवादि पत्रम 2025 का विमोचन करते हुए संस्था द्वारा लंबे समय से अनवरत किये जा रहे सामाजिक आध्यात्मिक विकास के क्रियाकलापों की सराहना की।
निजी रिसोर्ट में आयोजित विमोचन समारोह में पहुंचने पर परिषद् के अध्यक्ष पं श्रीकांत शर्मा, मंत्री पुरुषोत्तम शर्मा, पं विनोद कुमार गौतम, संदीप चतुर्वेदी आदि ने मुख्य अतिथि बिरला और मंचासीन अतिथियों का साफा बंधवाकर एवं माल्यार्पण द्वारा अभिनंदन किया। श्री गणेश एवं वेद पूजन वंदन के साथ कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ। परिषद के आचार्यगणों ने मुख्य अतिथि बिरला को कुमकुम तिलक के साथ रक्षा सूत्र बांधकर स्वस्ति वाचन पाठ से राष्ट्र के लिए मंगल कामना की। कार्यक्रम का संचालन पं. लक्ष्मीकांत शर्मा ने किया। परिषद सदस्यों ने सामूहिक वेद मंत्रोच्चार से अतिथियों का आभार प्रकट किया।
समारोह के समापन सत्र में पंडित श्रीकांत शर्मा, पुरुषोत्तम शर्मा ,रामलक्ष्मण जोशी ,सीताराम जोशी, लक्ष्मीकांत शर्मा, विनोद गौतम जगन्नाथपुरा, डॉ सतीश शर्मा, भंवर दोराश्री, संपूर्णानंद शुक्ला, गौरी शंकर शर्मा, त्रिलोक शर्मा, अभय भारद्वाज,हरिमोहन ठीकरिया, देवेंद्र, अक्षय, केशव कांत, उच्छव लाल, बद्री श्रृंगी, शिव कांत शर्मा, रघुनंदन गोठड़ा, विष्णु , डॉ सर्वेश तिवारी, संदीप चतुर्वेदी, मुकेश खटावदा , रामचन्द्र खेरुणा ,गणेश वेदाचार्य, टीकम अजेता, सुरेश बड़ोदिया राम जीवन बोरखंडी, सागर जोशी ने शांति पाठ कर विश्व शांति की कामना की।