प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन एवं मुख्यमंत्री श्री भजन लाल शर्मा के नेतृत्व में राज्य बजट विकसित राजस्थान की संकल्पना को साकार करने वाला जनकल्याणकारी बजट है। परिवर्तित बजट 2024-25 गरीब, बेरोजगार युवा, महिलाएं और किसानों को समर्पित है। समाज के हर वर्ग को ध्यान में रखते हुए प्रस्तुत किए गए इस बजट से राजस्थान विकसित राज्य की श्रेणी में अग्रसर होगा। यह बजट अंतिम छोर पर बैठे व्यक्ति के चेहरे पर मुस्कुराहट लाने वाला है। मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा के कुशल नेतृत्व में बिजली, पानी, रोजगार, सिंचाई, कृषि, सड़क, शिक्षा एवं स्वास्थ्य को सर्वाेच्च प्राथमिकता देने के साथ ही बजट में आमजन को राहत प्रदान करने की प्रतिबद्धता व्यक्त की गई है।

 राज्य बजट में हुई बजट घोषणाओं से बूंदी जिले के चहुंमुखी विकास का मार्ग प्रशस्त हुआ है। जिले के विकास को गति देने की दृष्टि से पर्यटन, मूलभूत सुविधाओं, औद्योगिक क्षेत्रों के विकास, आवास, खेल विकास, सड़क विकास की घोषणाएं मूर्तरूप लेने के बाद जिले का सर्वांगीण विकास होगा और बूंदी जिला भी राज्य के अन्य जिलों की भांति विकास की राह पर तेजी से आगे बढ़ेगा। 

*निखरेंगी जिले की खेल प्रतिभाएं*  

 राज्य बजट घोषणा में हर जिले में प्रचलित खेलों की एकेडमी स्थापित करने की घोषणा की गई है। इससे जिले की प्रतिभा सामने आएगी। जिला मुख्यालय स्थित खेल संकुल में एकेडमी स्थापित होगी। इसमें प्रचलित खेल वॉलीबॉल, बास्केटबॉल, कबड्डी, हेडबॉल समेत एथेलेटिक्स शामिल है। एकेडमी की स्थापना से जिले के खेल प्रतिभाओं को राष्ट्रीय स्तर पर अपनी प्रतिभा दिखाने का अवसर मिलेगा और वे अपने जिले व प्रदेश का नाम रोशन कर सकेंगी।  

 ग्रामीण खेलों को बढ़वा देने की दिशा में भी राज्य सरकार ने बजट में हर ग्राम पंचायत स्तर पर ओपन जिम और खेल मैदान बनाए जाने की घोषणा की है। इस घोषणा से जिले के ग्रामीण क्षेत्रों के युवाओं में हर्ष की लहर है। पहल चरण में इसके लिए बजट घोषण में 10 हजार से अधिक आबादी वाली पंचायतों में यह सुविधा विकसित करने का निर्णय लिया है, जिसमें डाबी एवं थड़ी शामिल है। इसके साथ ही खेलो इंडिया की तर्ज पर हर ब्लॉक व जिला स्तर पर हर साल खेलो राजस्थान यूथ गेम्स का आयोजन किया जाएगा। इससे प्रतिभाओं का खेलने का मौका मिलेगा। साथ ही इसमें बेहतरीन प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ी को राजस्थान यूथ आइकॉन अवार्ड से नवाजा जाएगा।

*बूंदी जिले के लिए सौगातें*

 राज्य बजट में बूंदी जिले के लिए भी सौगातें मिली है। इनसे जिले के विकास को गति मिलेगी और आमजन सुविधाएं मिलने से उनका जीवन आसान बनेगा। जिले के सर्वांगीण विकास के लिए हर क्षेत्र के लिए राज्य बजट में घोषणाएं की गई है। 

• 184 करोड़ रूपये की लागत से बूंदी- सिलोर-नमाना-गरड़दा-भोपतपुरा सड़क (44 किमी.) का निर्माण कार्य करवाया जाएगा। सडक के निर्माण कार्य से सिलोर, बावडीखेडा, नमाना, गुवांर, सुन्दरपुरा लाईचा, गरडदा, भोपतपुरा तथा आस पास के कई गावों का अच्छे सडक मार्ग से जुडाव हो पाएगा तथा आवागमन के समय में भी बचत होगी।

• 27 करोड़ 32 लाख रूपए की लागत से उनियारा-बिजौलिया वाया इन्द्रगढ़-लाखेरी बूंदी रोड पर मेज नदी पर-बूंदी उच्च स्तरीय पुल निर्माण कार्य करवाया जायेगा। इस कार्य के लिए बजट घोषणा 2024-25 में 2732 लाख रुपए का बजट आवंटित किया गया है। वर्षाकाल में भारी वर्षा के दौरान एवं गुढ़ा बांध के पानी निकासी के दौरान खटकड़ के नजदीक निर्मित कम ऊंचाई की पुलिया पर कई घण्टों तक यातायात का आवागमन बाधित रहता है। कार्य पूरा होने पर नैनवां-टोंक, लाखेरी-इन्द्रगढ-़ सवाईमाधोपुर, बून्दी-बिजौलिया जाने वाले यातायात को घण्टों पुलियां के अवरुद्ध मार्ग पर खड़े रहने की समस्या का समाधान होगा।  

• राज्य बजट में बूंदी जिले के लाखेरी में आवासन मंडल द्वारा 195 आवासों का निर्माण 35 करोड़ 11 लाख रुपये की लागत से करवाया जाएगा। इसके लिए आवासन मंडल द्वारा भूमि का चयन कर लिया गया हैं। डीपीआर बनाकर स्वीकृति हेतु भिजवाई जा चुकी है।  

• नैनवां में ‘श्रीराम जानकी औद्योगिक क्षेत्र की स्थापना की जाएगी। नैनवां उपखण्ड में नवीन औद्योगिक क्षेत्र श्रीराम जानकी की स्थापना के लिए नैनवां से कोरमा जाने वाली सड़क पर 17.4341 हेक्टेयर भूमि का आरक्षण/आवटंन किया है, जिसमें अप्रदुषणकारी औद्योगिक इकाई की स्थापना हेतु 250,500,700 एवं 1950 वर्गमीटर के भूखण्ड नियोजित किये है। वर्तमान में नवीन औद्योगिक क्षेत्र श्रीराम जानकी में सड़क एवं पुलिया, भूखण्ड के डिमार्केशन का विकास कार्य प्रगति पर है। इसी वित्त वर्ष भूखण्डो के आवंटन की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।  

• बिजासन माता (इन्द्रगढ़ ) में रोप-वे सुविधा उपलब्ध कराने के लिए डीपीआर बनायी जाकर कार्य करवाये जायेगें। इन्द्रगढ स्थित अरावली पर्वत माला की ऊंची पहाड़ी पर स्थित प्राचीनतम धार्मिक ऐतिहासिक बिजासन माताजी का मंदिर निर्मित है। जहां पर प्रतिमाह भारी संख्या में श्रद्धालुओं का माताजी के दर्शन हेतु आना-जाना रहता है। क्योंकि मंदिर ऊंची पहाड़ी पर स्थित है जिससे वृद्ध एवं बच्चों को माताजी के दर्शनों में परेशानी एवं कठिनाईयों का सामना करना पड़ता है, उक्त दुर्गम स्थान को सुगम बनाने हेतु एवं पर्यटन विभाग द्वारा उक्त स्थान को पर्यटन हेतु विकसित करने के लिए पर्यटन विभाग के माध्यम से ‘‘रोप-वे’’ का निर्माण करने का राज्य सरकार द्वारा निर्णय लिया गया है। वर्ष 2024-25 के बजट आवंटन में प्रावधान लिया गया है एवं डी.पी.आर. बनायी जाकर कार्य हाथ में लिया जाना प्रस्तावित है।

• केशवराय मंदिर (केशोरायपाटन) के सौन्दर्यीकरण व आधारभूत सुविधाओं के कार्य करवाये जायेंगे। इसके तहत केशव मन्दिर पर राशि रू. 2591 लाख रू के पर्यटन विकास कार्य होंगे। जिसमें मन्दिर का जीर्णोद्वार, केशव घाटों का सौन्दर्यकरण, बोटिंग, पार्किंग, लाईटिंग एवं पर्यटकों हेतु सुविधाएं विकसित करने के कार्य शामिल है। उक्त कार्यो की डी.पी.आर बना ली गई है। सार्वजनिक निर्माण विभाग एवं पर्यटन विभाग द्वारा इसकी डी.पी.आर. रु0 2591 लाख रुपयें की तैयार कर अनुमोदन हेतु राज्य सरकार को प्रस्तुत कर दी गई है। शीघ्र ही स्वीकृति उपरान्त मंदिर का जीर्णाेद्धार का कार्य प्रारम्भ कर दिया जावेगा।  

• प्रदेश के 21 जिलो की लगभग 3 करोड 25 लाख (प्रदेश की 40 प्रतिशत) जनसंख्या को पेयजल तथा 2 लाख 80 हजार है0 से अधिक क्षेत्र में सिंचाई की सुविधा उपलब्ध कराने के लिए ईआरसीपी परियोजना -संशोधित पार्वती-कालीसिन्ध-चम्बल लिंक परियोजना को त्वरित गति से धरातल पर उतारने के लिए प्रथम चरण में रामगढ़ एवं महलपुर बैराज-बांरा, नवनेरा बैराज से बिसलपुर बांध एवं ईसरदा बांध भरने हेतु आवश्यक कार्यों की 9 हजार 600 करोड़ रूपए की स्वीकृति एवं कार्यादेश भी जारी किये जा चुके है। इसके तहत बून्दी जिले में चम्बल क्रोसिंग से मेज नदी तक फीडर निर्माण कार्य मेज नदी पर मेज पम्प हाउस निर्माण कार्य, मेज पम्प हाउस से गलवा बांध तक फीडर निर्माण कार्य होंगे । वर्तमान में सर्वे किया जा रहा है। इसके बाद कार्य का अलाईमेन्ट शीघ्र ही फाईनल कर जियोलॉजिकल इन्वेस्टिगेशन के कार्य प्रारम्भ किये जायेगें। 

• ईआरसीपी परियोजना के अन्तर्गत मेज बैराज-बूंदी, डूंगरी बांध व राठौड़ बेराज-सवाईमाधोपुर व इनके परिवहन तंत्र के लगभग 13 हजार करा ेड़ रूपये के कार्य करवाये जायेगें। इस घोषणा के तहत बून्दी जिले की इन्द्रगढ़ मेज नदी पर मेज बैराज का निर्माण करवाया जाना प्रस्तावित है। इस कार्य हेतु राशि रुपये 914.68 करोड के प्रशासनिक एवं वित्तीय स्वीकृति के प्रस्ताव तैयार कर स्वीकृति हेतु भेजे जा चुके है। उक्त कार्य से पेयजल एवं सिचंाई की सुविधा के अतिरिक्त भूजल स्तर में वृद्धि होगी।

• जयपुर, कोटा, अलवर, जोधपुर, उदयपुर, बूंदी, अजमेर व पाली में 2 हजार किलोमीटर लम्बाई की गैस पाईपलाईन बिछाकर 1 लाख से अधिक गैस कनेक्शन जारी किए जाएंगे।