इजराइली पीएम बेंजामिन नेतन्याहू ने मंगलवार को एक आपराधिक मामले में कोर्ट में पेश हुए। BBC के मुताबिक उन्होंने अपने खिलाफ चल रहे मुकदमे में कठघरे में खड़े होकर गवाही दी। इजराइल के इतिहास में यह पहला मौका है जब किसी प्रधानमंत्री ने आपराधिक मुकदमे में गवाही दी है।गवाही देनी शुरू करते ही नेतन्याहू ने कोर्ट में बैठे न्यायाधीशों को हैलोकहा। इसके जवाब में एक जज ने कहा कि उनके पास विशेष अधिकार है कि वे अपनी इच्छानुसार बैठकर या फिर खड़े होकर गवाही दे सकते हैं।इसके बाद नेतन्याहू ने कोर्ट में खड़े होकर गवाही देने का विकल्प चुना। उन्होंने अपने ऊपर लगे सभी आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया। नेतन्याहू ने कहा कि वे इस पल का 8 साल से इंतजार कर रहे थे, ताकि सच कह सकें। चूंकि वे एक प्रधानमंत्री भी हैं और 7 मोर्चे पर जंग के बावजूद देश का नेतृत्व कर रहे हैं। वे भ्रष्टाचार भी कर सकते हैं ये समझ से परे है।नेतन्याहू ने कहा-मैं कोई अच्छी जिंदगी नहीं जी रहा हूं। मुझे 17-18 घंटे काम करना पड़ता है। मैं लंच भी ठीक से नहीं कर पाता। देर रात तक काम करना पड़ता और करीब 2 बजे सोने का मौका मिल पाता है। मेरे पास परिवार या फिर बच्चों से मिलने का बिल्कुल भी समय नहीं है।