समस्त देश भर की भांति रोहा में भी आज लोकआस्था,सुर्योपासना का महापर्व उत्साह उमंग, श्रद्धा पूर्वक मनाने के साथ ही श्रद्धालुओं द्वारा अस्तचलगामी भगवान भास्कर को संध्या अर्घ्य अर्पीत किया।
गत सत्रह नवंबर को नहाय खाय के साथ शुभारंभ लोकआस्था, सुर्योपासना का महापर्व के द्वितीय दिन अठ्ठारह नवंबर को खरना करने के पस्चात आज महापर्व के तृतीय दिन श्रद्धालु सांय को अपने परिवार के साथ गाजे बाजे के साथ रोहा पुरानीचारिआली छठ पुजा घाट और चापरमुख मारवाड़ी पट्टी स्थित छठ पुजा घाट पहुंच घाटों पर निर्मित वैदियों के समक्ष धुप द्वीप प्रज्वलित कर प्रसाद चढा पुजा अर्चना करने के साथ ही छठ व्रति ने अस्तचलगामी भगवान भास्कर को संध्या अर्घ्य अर्पीत किया। आज संध्या अर्घ्य के दौरान समस्त क्षेत्र छठी मैया,भगवान भास्कर के गीतों से भक्तिमय हो गया।
साथ ही चापरमुख मारवाड़ी पट्टी छठ पुजा घाट पर चापरमुख छठ पुजा सेवा समिति और रोहा पुरानीचारिआली छठ पुजा घाट पर रोहा सार्वजनिक छठ पुजा समिति द्वारा श्रद्धालुओं के लिए छठ घाट को सजा धजाने के साथ संपूर्ण तैयारी की।
संध्या अर्घ्य में भुजपुरी समुदाय सहित असमीया,मारवाड़ी, बेंगुली समुदाय सहित सैकड़ों श्रद्धालुओं ने भी श्रद्धा पूर्वक पुजा अर्चना कर छठी मैया और भगवान भास्कर का आशिर्वाद ले अपने परिवार, देश समाज की शुख शांति की मंगल कामना की।
साथ ही महापर्व छठ पुजा के चतुर्थ एवं अंतिम दिन सोमवार को श्रद्धालु प्रात:छठ पुजा घाट पर उदीयमान भगवान भास्कर को प्रात:कालीन अर्घ्य अर्पीत कर छठ व्रती 36घंटे का निर्जला उपवास का पारण कर चार दिवसीय महापर्व का समापन किया जायेगा ।