मणिपुर में कुकी समुदाय के इंडिजिनस ट्राइबल लीडर्स फोरम (ITLF) ने गुरुवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को लेटर लिखा। इसमें 11 नवंबर को जिरिबाम में CRPF संग मुठभेड़ में मारे गए 10 कुकी लोगों की मौत की न्यायिक जांच की मांग की गई है।ITLF के अध्यक्ष पैगिन हाओकिप और महासचिव मुआन टॉम्बिंग ने CRPF की निष्पक्षता पर भी सवाल उठाए। जैरावन गांव में आगजनी और 31 साल की महिला की हत्या का भी जिक्र किया। ITLF ने मणिपुर में भारतीय संविधान के तहत कुकी समुदाय के लिए एक अलग प्रशासन की भी मांग दोहराई।मणिपुर में मई 2023 से कुकी और मैतेई समुदाय के बीच जारी हिंसा में अब तक 250 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी, हजारों लोग बेघर हुए हैं। ITLF ने गृह मंत्री को लिखे लेटर में कहा- 7 नवंबर को महिला का शव मिला था, जिसे बेरहमी से जलाया गया था। इस घटना से अधिक चिंता इस बात की है कि CRPF ने 10 आदिवासियों को मार डाला, जबकि CRPF को एक न्यूट्रल फोर्स के रूप में काम करना था।ITLF का दावा है कि मृतकों की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में पीछे से गोली मारने की बात सामने आई है। इससे साबित होता है कि जब उन्हें मारा गया तो वे CRPF के साथ मुठभेड़ में शामिल नहीं थे। उन पर घात लगाकर हमला किया गया या पकड़ने के बाद उनकी हत्या कर दी गई।ITLF ने आरोप लगाया कि 4 शवों में से प्रत्येक की एक शव की आंखे गायब थीं। इसका मतलब है कि उनकी आंखें निकाली गई हैं।