नई दिल्ली, भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) के अध्यक्ष और बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ स्टार भारतीय पहलवानों के विरोध प्रदर्शन स्थल जंतर-मंतर पर दिल्ली की मंत्री आतिशी के उस दावे पर भाजपा ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है, जिसमें उन्होंने कहा था कि खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने पहलवानों को 'अनुशासनहीन' बताया है। सांसद मनोज तिवारी ने शुक्रवार को कहा कि आप नेता ने 'निराशा' से 'झूठ' बोला है।
आतिशी ने क्या कहा?
आतिशी शुक्रवार को पहलवानों के साथ एकजुटता दिखाने के लिए जंतर-मंतर पर उनके विरोध प्रदर्शन में शामिल हुईं। इस दौरान उन्होंने कहा कि केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने विरोध करने वाले पहलवानों को 'अनुशासनहीन' करार दिया है। ऐसे खेल मंत्री को 'चुल्लू भर पानी में डूब मरना चाहिए।'
मनोज तिवारी ने किया पलटवार
आतिशी पर पलटवार करते हुए भाजपा सांसद मनोज तिवारी ने कहा कि आतिशी झूठ बोल रही हैं। भाजपा सांसद ने उन्हें केंद्रीय मंत्री के खिलाफ अपने दावे का समर्थन करने के लिए सबूत पेश करने की चुनौती दी और कहा कि अगर वह ऐसा करने में विफल रहती हैं, तो उन्हें सार्वजनिक रूप से माफी मांगनी चाहिए।
''अनुराग ठाकुर ने यह बयान कब दिया''
मनोज तिवारी ने कहा, "झूठ बोलने की भी एक सीमा होती है। मुझे आश्चर्य नहीं है कि 'आप' का कोई व्यक्ति झूठ बोल रहा है और यह बयान स्पष्ट रूप से 'आप' की हताशा से पैदा हुआ है। आतिशी को स्पष्ट करना चाहिए कि अनुराग ठाकुर ने यह बयान कब दिया। किस साक्षात्कार में उन्होंने किस चैनल को यह कहा था?"
सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली पुलिस को जारी किया नोटिस
दिल्ली पुलिस ने शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट को अवगत कराया था कि वह डब्ल्यूएफआई अध्यक्ष के खिलाफ पहलवानों द्वारा लगाए गए आरोपों के आधार पर शुक्रवार शाम तक प्राथमिकी दर्ज करेगी। मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट ने बृजभूषण शरण के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने की मांग वाली याचिका पर तत्काल सुनवाई की मांग करने वाली पहलवानों की याचिका पर दिल्ली पुलिस को नोटिस जारी किया। अदालत ने कहा कि भारत का प्रतिनिधित्व करने वाले पहलवानों की याचिका में गंभीर आरोप हैं।
पहलवानों का धरना प्रदर्शन जारी
हालांकि, कनॉट प्लेस पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराने के बाद शीर्ष पहलवानों ने राष्ट्रीय राजधानी के जंतर-मंतर पर अपना धरना फिर से शुरू कर दिया, जिसमें कहा गया था कि एक नाबालिग सहित सात महिला पहलवानों को बृजभूषण ने परेशान किया और उनका शोषण किया।