आगामी 8 दिसंबर को आयोजित होने वाले उप राष्ट्रीय पल्स पोलियो टीकाकरण दिवस के तहत आमजन को जागरूक करने के उद्देश्य से जिला मुख्यालय सहित जिले के समस्त चिकत्सा संस्थानों मै जन चेतना रैली निकाली जाएगी! सीएमएचओ डॉ ओ पी सामर ने बताया की चिह्नित हाई रिस्क एरिया,ईंट भट्टो, निर्माणाधीन कंस्ट्रक्शन साइट आदि पर पोलियो टीकाकरण पर विशेष ध्यान विभाग द्वारा दिया जायेगा तथा पोलियो बूथ पर अधिक से अधिक संख्या में बच्चों को पोलियो की दवा पिलाने के विशेष प्रयास किये जायेंगे । उन्होंने कहा कि हमारा यही प्रयास रहेंगा की कोई वैक्सीनेशन से वंचित नहीं रहे जिले मै , शत प्रतिशत बच्चों को पोलियो खुराक पिलाई जाएगी । शिक्षा विभाग के सहयोग से स्कूली बच्चों का भी वैक्सीनेशन किया जायेगा । डॉ सामर ने कहा कि उप राष्ट्रीय पल्स पोलियो टीकाकरण को सफल बनाने के लिए विद्युत विभाग और आई सी डी एस, आयुर्वेद विभागों का परस्पर सहयोग लिया जायेगा!
*1 लाख 51 हजार 68 बच्चों को पिलाई जाएगी खुराक*
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. ओपी सामर ने बताया कि आमजन को जागरूक करने जन के उद्देश्य से रोटरी क्लब के सहयोग से नर्सिंग विधार्थियो, आशाओ द्वारा जागरुकता रैली आगामी 7 दिसंबर को सुबह 8.30 बजे हाई सेकेंडरी स्कूल बूंदी से आयोजित की जायेगी जो शहर के मुख्य मार्गो से होकर गुजरेगी!
उन्होंने बताया जिले में आयोजित पल्स पोलियो टीकाकरण दिवस के अंतर्गत 8 दिसंबर को पोलियो बूथों पर एवं अगले दो दिन घर-घर जाकर पोलियो की खुराक पिलाई जायेगी। अभियान के अंतर्गत नवजात शिशु से लेकर पांच वर्ष तक की आयु के करीब 1 लाख 51 हजार 68 बच्चों को पोलियो की खुराक पिलाई जायेगी।
उन्होंने ने बताया कि जिले में पोलियो की खुराक पिलाने के लिए ग्रामीण क्षेत्र 616 एवं शहरी क्षेत्र में 133 सहित कुल 749 पोलियों बूथ बनाये गए है। इस अभियान में पोलियो टीकाकरण के लिए 2996 वेक्सीनेटर्स व 151 सुपरवाईजर बनाये गए है। उन्होंने बताया कि जिले में पोलियो अभियान की सफलता के लिए सैक्टर बनाए हैं। उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि जिले की आवश्यकतानुसार वैक्सीन कैरियर तथा आईसपैक्स उपलब्ध करवा दी गई है । उन्होंने कहा कि जिले की माँग आवश्यकता अनुसार पोलियो वैक्सीन की डोज राज्य स्तर से प्राप्त कर तथा सेक्टरों की मांग के अनुरूप भिजवा दी गई है । आरसीएच ओ डॉ सतीश सक्सेना ने बताया की इस अभियान के अन्तर्गत जिले के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों को जोड़ा गया है।उन्होंने कहा कि अभियान के सफल क्रियान्वयन के लिए आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, सहायिका, आशा सहयोगिनी के साथ-साथ अन्य विभागों का सहयोग लिया जाएगा।