चित्तौड़गढ़ के सांवलिया सेठ मंदिर में इस बार दान का रिकॉर्ड बन सकता है। मंदिर में हर महीने चतुर्दशी तिथि पर दानपात्र खुलते हैं। इस बार दीपावली पर दानपात्र नहीं खुला था। ऐसे में 2 महीने बाद दानपात्र खुले हैं। 30 नवंबर को खुले दानपात्रों से निकले दान की गिनती बुधवार शाम तक जारी रही।

बुधवार शाम तक 21 करोड़ 96 लाख 45 हजार रुपए तक गिनती पहुंच चुकी थी। गिनती अभी भी खत्म नहीं हुई है। दान की गिनती सुबह 11 बजे राजभोग आरती के बाद शुरू हुई। बुधवार को चौथे राउंड में 2 करोड़ 73 लाख 90 हजार रुपयों की काउंटिंग की गई। काउंटिंग सांवलिया सेठ की प्रतिमा के सामने जगमोहन में हुई।इसमें भेंट कक्ष में जमा मनी ऑर्डर, ऑनलाइन रुपयों का हिसाब करना बाकी है। साथ ही सोने-चांदी का तौल भी बाकी है। बता दें कि 30 नवंबर को पहले ही दिन 11 करोड़ 34 लाख 75 हजार रुपए की गिनती हो गई थी। दूसरे दिन 1 दिसंबर को अमावस्या के कारण काउंटिंग प्रोसेस बंद रहा। 2 दिसंबर को सुबह से शाम तक 3 करोड़ 60 लाख रुपए की काउंटिंग हुई। 3 दिसंबर को 4 करोड़ 27 लाख 80 हजार रुपए गिने गए। बुधवार को चौथे राउंड में 2 करोड़ 73 लाख 90 हजार रुपयों की गिनती हुई। इस तरह से अब तक कुल 21 करोड़ 96 लाख 45 हजार रुपयों की गिनती पूरी हो चुकी है।