Ev Car Road Trip Checklist अगर आप इलेक्ट्रिक कार से लंबी सड़क यात्रा का प्लान बना रहे हैं तो यह खबर आपके लिए है। हम यहां पर आपको बता रहे हैं कि इलेक्ट्रिक वाहन से लंबे सफर पर जाने से पहले किन चीजों को चेक कर लेना चाहिए। साथ ही सफर के दौरान किन बातों का ध्यान रखना चाहिए। आइए जानते इसके बारे में।

जैसे-जैसे इलेक्ट्रिक गाड़ियां पॉपुलर होती जा रही हैं वैसे-वैसे इनसे लंबी दूरी की यात्राएं भी तेजी से संभव होती जा रही हैं। इसके पीछे का कारण फास्ट चार्जिंग स्टेशनों की संख्या का लगातार बढ़ना है। जिसे देखते हुए हम यहां पर आपको इलेक्ट्रिक कार से लंबी दूरी के सफर पर निकलने से पहले किन बातों का ध्यान रखना चाहिए। साथ ही यह भी बता रहे हैं कि इलेक्ट्रिक कार में किन मैकेनिकल चीजों को चेक भी करवा लेना चाहिए।

बैटरी हेल्थ चेक करें

  • इलेक्ट्रिक कार से किसी लंबे सफर पर निकलने से पहले बैटरी कैपेसिटी को चेक करें। यह देखे कि बैटरी पूरी तरह से चार्ज हो गई है या फिर नहीं और वह जरूरी रेंज को बनाए रख सकती है और फ्यूल पर काम कर सकती है या फिर नहीं।
  • एक इलेक्ट्रिक कार आमतौर पर अपनी चार्जिंग के अंत में अपने सेल के ऑटोमैकिट रूप से संतुलित करता है। जिसे ध्यान में रखते हुए आपको अपनी कार को 100 प्रतिशत तक चार्ज करना चाहिए और सेल अपने आप संतुलित हो जाने चाहिए। इससे बैटरी पैक और सेल का परफॉर्मेंस और लंबी उम्र बनी रहती है।

टायर की कंडीशन

इलेक्ट्रिक कार से लंबी दूरी के सफर पर निकलने से पहले टायर की कंडीशन को जरूर चेक करें। यह गाड़ी और सड़क के बीच कनेक्ट में आने वाली एकमात्र चीज होती है। जिसकी सड़क पर पकड़ बनाए रखने के लिए बेहतर रहना जरूरी है। इसमें पर्याप्त ट्रेड की गहराई जरूरी है, खासकर गीली या फिसलन वाली सड़कों पर। इसलिए बड़े सफर पर निकलने से पहले टायर की ट्रेड को जरूर चेक करें। इसके साथ ही टायर के एयर प्रेशर भी बेहतर बनाकर रखें।

ब्रेक सिस्टम

इलेक्ट्रिक कार से लंबी दूरी जाने से पहले ब्रेक पैड को जरूर चेक करें। इससे अचानक ब्रेक फेल होने से बचने के लिए पर्याप्त ब्रेक पैड सुनिश्चित करें। ब्रेक फ्लूड लेवल को चेक करें और उसकी गुणवत्ता को बनाकर रखें। वहीं, इसके रीजेनरेटिव ब्रेकिंग सिस्टम की कार्यक्षमता को भी चेक करें। यह एनर्जी को संरक्षित करने और ब्रेक पहनने को कम करने में मदद करता है। यह डाउनहिल और ब्रेक लगाते समय बैटरी को रिचार्ज करने में भी मदद करता है। यह तब काम करती है जब बैटरी 80 फीसद तक कम हो जाती है।