धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान के तहत सोमवार को जिला स्तरीय मंथन शिविर का आयोजन जिला कलक्ट्रेट सभागार में हुआ।
जिला स्तरीय मंथन शिविर में जिला कलक्टर अक्षय गोदारा ने संबंधित विभागों के अधिकारियों से कहा कि धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान का उद्देश्य जनजातीय बहुल गाँवों और आकांक्षी जिलों में जनजातीय परिवारों के लिए परिपूर्णता कवरेज अपनाकर जनजातीय समुदायों की सामाजिक-आर्थिक स्थिति में सुधार करना तथा उन्हें केन्द्र व राज्य सरकार की विभिन्न लोक-कल्याणकारी योजनाओं से जोड़कर उनका लाभ दिलवाना है। उन्होंने कहा कि धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान जनजातीय समुदायों के समग्र विकास में मील का पत्थर साबित होगा ।
इस दौरान जिला कलक्टर ने अभियान में भाग लेने वाले सभी 17 विभागों के अधिकारियों को निर्धारित मानकों के आधार पर उनको आवंटित लक्ष्यों की पूर्ति करने के निर्देश प्रदान किए। उन्होंने कहा कि उक्त अभियान के क्रियान्वयन में बूंदी जिले को अव्वल बनाने के लिए प्रयास करें।
इस दौरान जिला परिषद् के मुख्य कार्यकारी अधिकारी रवि वर्मा ने विभागवार सभी विभागों के अधिकारियों को अभियान के दौरान किए जाने वाले कार्यों तथा आगामी 15 नवम्बर को आयोजित होने वाली ग्राम सभाओं में अभियान के तहत जनजातीय समुदाय के लोगों को अधिक से अधिक संख्या में विभागीय योजनाओं से लाभान्वित करवाने के निर्देश दिए। उन्होंने बताया कि इस अभियान के तहत बूंदी जिले के 265 गावों को चिन्हित किया गया है जहां संबंधित परिवारों को पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए अपने घरों को होमस्टे में बदलने के लिए राशि प्रदान की जाएगी। वहीं वन अधिकार अधिनियम के तहत सभी अधिकार धारकों को टिकाऊ कृषि पद्धतियों का प्रशिक्षण दिया जाएगा।
उन्होंने बताया कि अभियान के तहत जनजातीय परिवारों के लिए पक्के घरों का निर्माण, जनजातीय-बहुल गांवों को जोड़ने वाली सड़कों का निर्माण और प्रत्येक पात्र गाँव में पाइप से जल पहुँचाने का कार्य किया जाएगा। इसके अतिरिक्त विद्युत कनेक्शन व एलपीजी कनेक्शन भी प्रदान किए जाएंगे। संबंधित गांवों में स्वास्थ्य शिविरों का आयोजन किया जाएगा तथा पात्र परिवारों को आयुष्मान कार्ड भी वितरित किए जाएंगे। साथ ही जिन गांवों में आंगनबाड़ी केन्द्र व राजकीय विद्यालय नहीं है वहां के लिए प्रस्ताव तैयार किए जाएंगे।
इस दौरान समस्त 17 विभागों के अधिकारियों द्वारा संबंधित विभागीय गतिविधियों को संतृप्त स्तर तक क्रियान्वित करने के संबंध में आवश्यकता आंकलन, विस्तृत आयोजन व माईलस्टोन के साथ कार्य योजना पर विस्तारण से चर्चा की गई। इस दौरान ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज विभाग तथा धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान से संबंधित 17 विभागों के अधिकारीगण उपस्थित रहे।