कोटा में विशेष जरूरतों वाले बच्चों के लिए समर्पित "एक पहल - चाइल्ड डेवलपमेंट सेंटर" का भव्य उद्घाटन समारोह आयोजित किया गया, जो विशेष बच्चों के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम है। यह केंद्र रामदुलारी जिंदल मेमोरियल एंड हेल्थ केयर सोसाइटी और श्रीजी हॉस्पिटल के सहयोग से स्थापित किया गया है और इसका उद्देश्य विशेष जरूरतों वाले बच्चों को शारीरिक, मानसिक, और भावनात्मक रूप से आत्मनिर्भर बनाना है।
मुख्य अतिथ गोविंद राम मित्तल (एस.एस.आई. फाउंडर प्रेजिडेंट, एम.एस.एम.ई और इंडस्ट्रीज के प्रतिनिधि) ने अपने उद्घाटन संबोधन में कहा, "यह केंद्र विशेष जरूरतों वाले बच्चों और उनके परिवारों के लिए एक नई आशा का प्रतीक है। यह पहल इन बच्चों को आत्मनिर्भरता और समाज में समानता के अवसर प्रदान करने के लिए समर्पित है।" उन्होंने इस परियोजना से जुड़े सभी लोगों का आभार व्यक्त किया और कहा, "इस सेंटर के माध्यम से न केवल कोटा बल्कि पूरे देश में विशेष बच्चों के जीवन में सकारात्मक बदलाव आएगा।"
विशेष अतिथि तारा चंद गोयल (फाउंडर एवं डायरेक्टर, गोयल ग्रुप) ने कहा, "‘एक पहल’ जैसे केंद्र समाज में विशेष बच्चों के प्रति जागरूकता बढ़ाने का महत्वपूर्ण कार्य कर रहे हैं। यह पहल वास्तव में एक आदर्श है, जिसे अन्य शहरों में भी लागू किया जाना चाहिए।" उन्होंने इस प्रयास की सराहना करते हुए कहा कि यह विशेष बच्चों के आत्मविश्वास और सामाजिक समावेशन के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है।
विशिष्ट अतिथ श्रीकांत पंडित (रिटायर्ड सीनियर वाइस प्रेसिडेंट, डीसीएम श्रीराम और मैकेनिकल इंजीनियर) ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा, "यह केंद्र विशेष बच्चों को जीवन में आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। समाज में ऐसे बच्चों के प्रति संवेदनशीलता बढ़ाने और उनके लिए अवसर प्रदान करने का यह प्रयास सराहनीय है। मैं इस पहल में योगदान करने वाले सभी लोगों को बधाई देता हूं।"
कार्यक्रम के दौरान, एम्स जोधपुर के नवजात शिशु चिकित्सा विभागाध्यक्ष डॉ. अरुण सिंह ने विशेष बच्चों की देखभाल और चिकित्सा के नवीनतम तरीकों पर एक व्याख्यान प्रस्तुत किया। उन्होंने कहा, "यह केंद्र विशेष बच्चों के जीवन में एक अद्वितीय परिवर्तन लाने की क्षमता रखता है। चिकित्सा क्षेत्र में ऐसे केंद्र अत्यधिक जरूरी हैं, जो इन बच्चों को उनकी विशेष जरूरतों के अनुसार चिकित्सा और प्रशिक्षण प्रदान कर सकें।"
डॉ. नीता जिंदल (डायरेक्टर, कोटा हार्ट एंड श्रीजी हॉस्पिटल ग्रुप), जो इस केंद्र की नेतृत्वकर्ता हैं, ने बताया कि यहां विशेषज्ञों की एक समर्पित टीम बच्चों के शारीरिक, मानसिक और भावनात्मक विकास के लिए सभी आवश्यक सेवाएं प्रदान करेगी। उन्होंने कहा, "यह केंद्र विशेष बच्चों के विकास के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है, और हम अपने विशेषज्ञों की टीम के साथ मिलकर इन बच्चों को समाज में समान अवसर देने के लिए प्रयासरत रहेंगे।"
इस केंद्र में बच्चों की देखभाल के लिए एक अनुभवी विशेषज्ञों की टीम भी मौजूद है, जिसमें डॉ. पवन शर्मा, डॉ. शीतल बडोनी (ऑक्यूपेशनल थेरेपिस्ट), डॉ. राजेंद्र चडोडिया, डॉ. कमल गुर्जर (स्पीच थेरेपिस्ट), डॉ. संगीता यादव, डॉ. मनप्रीत कौर (फिजियोथेरेपिस्ट), और डॉ. दीपिका (रिहैबिलिटेशन साइकोलोजिस्ट) शामिल हैं। ये सभी विशेषज्ञ विशेष बच्चों को उनकी क्षमताओं के अनुसार समर्थन और शिक्षा प्रदान करने के लिए तत्पर हैं।
केंद्र में फिजियोथेरेपी, ऑक्यूपेशनल थेरेपी, सेंसरी इंटीग्रेशन थेरेपी, स्पेशल एजुकेशन, मानसिक स्वास्थ्य प्रबंधन, स्पीच थेरेपी, ऑटिज्म और ADHD के लिए विशेष हस्तक्षेप जैसी सेवाएं प्रदान की जाएंगी, जिससे बच्चों को समाज में एक समान अवसर प्राप्त होगा।
‘एक पहल-चाइल्ड डेवलपमेंट सेंटर’ को समाज का अभिन्न अंग बनने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल बताया गया। इस केंद्र के माध्यम से, विशेष बच्चों के परिवारों को भी एक नई आशा मिली है। इस पहल के माध्यम से, इन बच्चों को आत्मनिर्भर और खुशहाल जीवन जीने का अवसर मिलेगा। इस कार्यक्रम में 50 से भी अधिक बाल विकास विशेषज्ञों ने भाग लिया, जिससे कार्यक्रम का महत्व और बढ़ गया।