नई दिल्ली। दीवाली के बाद से देश के कई बड़े शहर प्रदूषण की मार झेल रहे हैं। शनिवार को अमृतसर का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) एक बार फिर 350 के पार पहुंच गया और इसी के साथ अमृतसर शनिवार को देश के सबसे ज्यादा प्रदूषित शहर रहा। दीपावाली की आतिशबाजी के कारण देश के दस प्रदूषित शहरों में दिल्ली सहित एनसीआर के तीन शहर शामिल रहे।

पराली जलाने की घटनाओं में बढ़ोतरी

 

दिल्ली में 24 घंटे का औसत एक्यूआइ शनिवार शाम चार बजे 316 दर्ज किया गया, जो सुबह के 290 से अधिक है। आनंद विहार में यह 400 से ऊपर तक पहुंच गया। एक्यूआइ के बढ़ने का मुख्य कारण गुरुवार और शुक्रवार को दो दिन दीपावली मनाया जाना और दीपावली की आड़ में अचानक से पराली जलाने की घटनाओं में बढ़ोतरी होना है।

दीवाली से पहले 51 शहरों में हवा की गुणवत्ता अच्छी थी

 

इसमें राजस्थान व महाराष्ट्र में शहर अधिक हैं। दीपावली से पहले 51 शहरों में हवा की गुणवत्ता अच्छी थी। वहीं दीपावली के बाद सिर्फ 26 शहरों में ही हवा की गुणवत्ता अच्छी रही। बेहद खराब एयर इंडेक्स वाले शहरों की संख्या आठ से बढ़कर 50 हो गई। घनी आबादी वाले शहरों में प्रदूषण अधिक रहा।

 

दिल्ली में हालात खराब

 

राजधानी दिल्ली में शनिवार को सुधार के बाद एयर इंडेक्स बढ़ना शुरू हुआ और शाम चार बजे दिल्ली का एयर इंडेक्स 316 पहुंच गया, जो पिछले दिन के मुकाबले 23 अंक कम है। लेकिन रात आठ बजे दिल्ली का एयर इंडेक्स 350 पहुंच गया था। आनंद विहार व सोनिया विहार में रात आठ बजे एयर इंडेक्स क्रमश 411 व 402 था।

देश के प्रदूषित शहरों में तीसरे स्थान पर हरियाणा का जींद रहा

अमृतसर में औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआइ) 364 दर्ज किया गया, जबकि लुधियाना में यह 339 रहा। देश के प्रदूषित शहरों में तीसरे स्थान पर हरियाणा का जींद रहा जहां औसत एक्यूआइ 337 दर्ज किया गया। अमृतसर में शनिवार को अधिकतम एक्यूआइ सुबह 11 बजे 605 तक पहुंच गया। लुधियाना और जालंधर में भी अधिकतम एक्यूआइ 500 रहा है।