जसोल- लाखों श्रद्धालुओं की आस्था के केंद्र जसोल धाम में दीपोत्सव की धूम नजर आ रही है। सांयकाल आरती के बाद मंदिर प्रांगण दीप मालाओं से सज्जित हो रहा है। साथ ही माँ के दर्शनों को आने वाले भक्तों के जीवन मे उजाले व नई रोशनी की मंगल कामना की जा रही हैं। धनतेरस पर संस्थान समिति सदस्य कुं. हरिश्चंद्रसिंह जसोल द्वारा अपनी धर्मपत्नी सहित भगवान धन्वंतरि एवं कुबेर देवता की पूजा अर्चना की गई, दीपोत्सव के आगाज के साथ भव्य आतिशबाजी की गई। संस्थान अध्यक्ष रावल किशन सिंह जसोल ने बताया कि दीपावली श्रद्धालुओं के लिए खुशहाली व सम्पन्नता लेकर आए। यह जन-जन के मन की उल्लास का पर्व दीपावली के इस महाप्रकाश पर्व में भीतर-बाहर सभी जगह से अंधकार और अज्ञान को मिटाने के लिए हम सब आगे आएं। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि दीपावली अशांति व शांति, बुराई पर अच्छाई ओर अंधकार पर प्रकाश की विजय का प्रतीक त्यौहार है। मर्यादा पुरूषोत्तम भगवान श्रीराम के वनवास से अयोध्या लौटने पर खुशी का त्यौहार है। हमें बड़े उत्साह व हर्षोल्लास, प्रसन्नता के साथ परम्परागत मनाया जाए