बारां। मौलाना आजाद मानव सेवा संस्थान परिवार के तत्वावधान में मिसाइल मैन भारत रत्न से सम्मानित प्रसिद्ध वैज्ञानिक भारत सरकार के पूर्व राष्ट्रपति ए.पी.जे.अब्दुल कलाम की जयंती पर मदरसा अंजुमन इस्लामिया स्कूल में प्रतिभावान छात्रों को सर्वाधिक नम्बर प्राप्त करने पर स्मृति चिन्ह प्रशस्तिपत्र देकर फूल माला से सम्मानित किया गया।
संस्थान के अध्यक्ष शेख बहादुर अली ने बताया कि जयंती समारोह में मुख्य अतिथि प्रदेश कांग्रेस कमेटी के कद्दावर नेता कैलाश शर्मा, मदरसा अंजूमन इस्लामिया के सदर माजिद सलीम, व्यापार महासंघ के महामंत्री कन्हैया लाल चित्तोड़ा, जिला कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष जाकिर मंसूरी, पार्षद मोहम्मद शरीफ रंगरेज, भाजपा के इकबाल नेता, मदरसा बोर्ड के डिप्टी चेयरमैन शाहिद इकबाल भाटी ने कलाम की जीवनी पर प्रकाश डालते हुए बताया कि 15 अक्टूबर 1931 धनुष कोडी गांव रामेश्वरम तमिलनाडु के एक मध्य वर्ग मुस्लिम अंसार परिवार में इनका जन्म हुआ, इनके पिता जैनुलाबदीन ना तो ज्यादा पढे लिखे थे ना ही पैसे वाले वह मछूआरो को नाव किराए पर दिया करते थे, उनकी पढाई लिखाई मे शुरू से दिलचस्पी थी शिक्षा जारी रखने के लिए अखबार का वितरण किया। 1950 मे मद्रास इंस्टीट्यूट आफ टेक्नोलॉजी से अंतरिक्ष मे उपाधी प्राप्त की 1962 मे भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन मे आये जहाँ उन्होंने सफलता पूर्वक कई उपग्रह प्रक्षेपण परियोजना मे अपनी भूमिका निभाई 1982 मे रोहिणी उपग्रह को पृथ्वी की कक्षा के निकट स्थापित किया। जुलाई 1992 मे भारतीय रक्षामंत्रालय मे वैज्ञानिक सलाहकार नियुक्त हुए उनकी देख रेख मे भारत ने 1998 मे पोखरण मे अपना दूसरा सफलता परमाणु परीक्षण किया ओर परमाणु शक्ति से संपन्न राष्ट्र की सूची में शामिल हुआ। 27 जुलाई 2015 को दिल का दोरा पड़ने पर बेहोश होकर गिर पड़े ओर शाम को इस दूनिया से अल्विदा कह गये।
समारोह में डाक्टर नासिर हुसैन यूनानी, अब्दुल वहीद, मुन्ना मास्टर, नासिर खान, बन्टी, मोहम्मद इरफान मंसूरी आदि का सहयोग रहा।