उत्तर प्रदेश की 10 विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव को लेकर तैयारियां तेज हो गईं हैं। सूबे की सत्ता पर काबिज भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और समाजवादी पार्टी (सपा) मुख्य रूप से आमने- सामने नजर आ रही है। हालांकि अभी तक चुनाव आयोग की तरफ से उपचुनाव के लिए तारीखों का ऐलान नहीं किया गया है। आगामी उपचुनाव को लेकर आज यानी रविवार को उत्तर प्रदेश के वरिष्ठ भाजपा नेताओं की केंद्रीय नेतृत्व के साथ बैठक होने की संभावना है। इस हाईलेवल मींटिग में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री और पार्टी प्रमुख जेपी नड्डा, सीएम योगी आदित्यनाथ, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भूपेन्द्र चौधरी, उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक और प्रदेश संगठन महासचिव धर्मपाल सिंह शामिल हो सकते हैं. माना जा रहा है कि इस बैठक में मुख्य रूप से आगामी उपचुनावों पर चर्चा होगी। इसके साथ ही लोकसभा चुनाव में भाजपा को मिले झटके पर भी चर्चा होने की संभावना है। लोकसभा चुनाव 2024 में सपा और कांग्रेस का गठबंधन था। भाजपा 2019 के लोकसभा चुनाव में जीती 62 सीटों की तुलना में केवल 33 सीटें ही जीत सकी। अखिलेश यादव के नेतृत्व वाली समाजवादी पार्टी ने 37 सीटें जीतीं। वहीं कांग्रेस ने 6 सीटें जीतीं। माना जा रहा है कि चुनाव आयोग जल्द ही उत्तर प्रदेश की 10 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव की तारीखों का ऐलान कर सकता है। वें सीटें फूलपुर, खैर, गाजियाबाद, मझवां, मीरापुर, मिल्कीपुर, करहल, कटेहरी, कुंदरकी और सीसामऊ हैं।उपचुनाव बीजेपी के साथ- साथ विपक्षी दलों के लिए भी अहम हैं। भाजपा उत्तर प्रदेश में अपनी जीत की लय फिर से हासिल करने के लिए उत्सुक होगी। वही समाजवादी पार्टी ने पहले ही दस में से छह सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है। सपा और कांग्रेस साथ में ही मिलकर उपचुनाव लड़ेगी।