सरकारी टेलीकॉम कंपनी बीएसएनएल इन दिनों अपने कायाकल्प में जुटी है। बीएसएनल आत्मनिर्भर भारत के तहत देसी टेक्नोलॉजी पर आधारित 4G टेलीकॉम नेटवर्क पर जोर-शोर से काम कर रही है। बीएसएनएल अधिकारियों ने बताया कि वे अगले छह महीने में 4G टावरों की संख्या बढ़ाकर 1 लाख करने जा रहे हैं। इसके साथ ही कंपनी 5G नेटवर्क पर भी काम कर रही है।

सरकारी टेलीकॉम कंपनी BSNL अपने नेटवर्क को तेजी से अपग्रेड करने पर काम कर रही है। BSNL के अधिकारियों से संसदीय समिती को बताया कि वे बीएसएनल के यूजर बेस और सेवाओं को बेहतर करने के लिए जोर-शोर से काम कर रहे हैं। कंपनी की प्लानिंग अगले छह महीने में अपने मौजूदा नेटवर्क को पूरी तरह से बदलने पर है।

1 लाख 4G टावर लगाएगा BSNL

बीएसएनएल के अधिकारियों ने बताया कि अगले छह महीने में उनकी सेवाएं पहले से और बेहतर हो जाएंगी। उन्होंने बताया कि उनकी प्लानिंग 4G टॉवरों की संख्या 24 हजार से बढ़ाकर 1 लाख करने की है। बीएसएनएल अधिकारियों ने बताया कि कंपनी 'आत्मनिर्भर भारत' पहल के तहत बेहतर टेलीकॉम सेवाओं के लिए देसी टेक्नोलॉजी पर काम कर रही है।

संसदीय समिति के साथ हुई इस मीटिंग में टेलीकॉम सेकेटरी नीरज मित्तल और बीएसएनएल के सीएमडी समेत कई सीनियर अधिकारी मौजूद थे। इस दौरान बीएसएनल की 4G और 5G सेवाओं पर विस्तार से चर्चा की गई। संसदीय कमेटी के सदस्यों ने बीएसएनएल के गिरते यूजर्स और कॉल ड्रॉप जैसी समस्याओं की बढ़ती शिकायत पर नाराजगी व्यक्त की थी।