बहुजन समाज पार्टी (बसपा) प्रमुख मायावती ने बुधवार को विधानसभा चुनावों में पार्टी की विफलता के लिए बसपा उम्मीदवारों को जाट वोट न मिलने को जिम्मेदार ठहराया. हरियाणा चुनाव के नतीजों के बारे में बोलते हुए बसपा प्रमुख ने कहा कि बसपा-आईएनएलडी गठबंधन बसपा उम्मीदवारों के लिए जाट समर्थन जुटाने में विफल रहा है. उन्होंने कहा, "बीएसपी और आईएनएलडी ने हरियाणा विधानसभा आम चुनाव गठबंधन में लड़ा था लेकिन आज के नतीजों से पता चलता है कि जाट समुदाय के लोगों ने बीएसपी को वोट नहीं दिया, जिसके कारण कुछ सीटों पर बीएसपी उम्मीदवार मामूली वोटों के अंतर से हार गए, हालांकि बीएसपी का पूरा वोट ट्रांसफर हो गया. मैं इस चुनाव को पूरी ताकत से लड़ने के लिए सभी बसपाइयों का हृदय से आभार व्यक्त करती हूं और उन्हें विश्वास दिलाती हूं कि उनकी मेहनत व्यर्थ नहीं जाएगी. लोगों को निराश नहीं होना चाहिए और न ही उम्मीद खोनी चाहिए, बल्कि अपना रास्ता खुद बनाने के लिए तैयार रहना चाहिए नई राह निकलेगी."1. हरियाणा विधानसभा आमचुनाव बीएसपी व इनेलो ने गठबंधन करके लड़ा किन्तु आज आए परिणाम से स्पष्ट है कि जाट समाज के जातिवादी लोगों ने बीएसपी को वोट नहीं दिया जिससे बीएसपी के उम्मीदवार कुछ सीटों पर थोड़े वोटों के अन्तर से हार गए, हालांकि बीएसपी का पूरा वोट ट्रांस्फर हुआ। 1/3 इससे पहले बसपा प्रमुख ने संस्थापक और बहुजन नेता कांशीराम को उनकी पुण्य तिथि पर श्रद्धांजलि दी. उन्होंने उन्हें श्रद्धांजलि देने वाले सभी लोगों और पार्टी के अनुयायियों के प्रति आभार व्यक्त किया