भोर रात्रि तक नवरस की गंगा में नहाते रहे श्रोता
ख्याति के अनुरूप रहा कवि सम्मेलन जनता
नैनवा देहलवाल जी महाराज के 15 दिवसीय मेले के अंतिम चरण में अखिल भारतीय कवि सम्मेलन का आयोजन सीनियर हाई सेकंडरी विद्यालय के प्रांगण में स्थित सुभाष रंगमंच पर विधिवत मां शारदा की पूजा अर्चना के साथ शुरू हुआ। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि राज्य मंत्री व बूंदी जिला प्रभारी हीरालाल नागर ने कार्यक्रम को विधिवत संबोधन के साथ प्रारंभ किया।मेला आयोजन उम्मेद नागर व आयोजन समिति ने पधारे हुए अतिथियों व कवियों का माल्यार्पण कर स्वागत सत्कार किया। कवि सम्मेलन में सूत्रधार व कुशल मंच संचालन के जिम्मेदारी प्रसिद्ध कवि मंच संचालक शशिकांत यादव ने निभाई।सूत्रधार की भूमिका निभाते हुए सर्वप्रथम मंच पर धर्मेंद्र राठौर को आमंत्रित किया जिन्होंने अपने ओज वीर रस से परिपूर्ण अपने ओजस्वी कविता पाठ से कार्यक्रम को एक बेहतरीन शुरुआत प्रदान की।कार्यक्रम में सर्वप्रथम मंच संचालक द्वारा मां वीणापाणि की वंदना के लिए कवियत्री भुवन मोहिनी को आमंत्रित किया। जिन्होंने मां शारदा की वंदना कर कार्यक्रम को शुरुआत दी। इसके बाद कवि भूपेंद्र राठौर ने प्रथम कवि के रूप में मंच की बागडोर संभाली और अपने शौर्य, ओज ,वीर और भक्ति रस से श्रोताओं को मंत्र मुक्त करते हुए कार्यक्रम की एक सुंदर शुरुआत प्रदान की। हास्य कवि राजकुमार बादल ने अपने हास्य पूर्ण काव्यपाठ के साथ-सुंदर प्रेरणा दायक संदेश आत्मक काव्य पाठ किया। जिनमें उनकी प्रसिद्ध कविता भाग मत लाडली का पठन कर नवीन युवा पीढ़ी को एक संदेश प्रदान किया। जो कि वर्तमान परिपेक्ष में बेहद आवश्यक संदेश है। इसके पश्चात सूत्रधार ने ओज रस के एक ओजस्वी ,गागर में सागर भरने वाले सोशल मीडिया पर अब तक अच्छा खासा नाम कमा चुके कवि राम भदावर को मंच पर आमंत्रित किया।राम भदावर ने अपने काव्य पाठ से जहां वीर रस और ओज रस से परिपूर्ण काव्य पाठ करते हुए युवाओं में शौर्य ,जोश ,उत्साह, वीरता का संचार किया। काव्य पाठ के दौरान कई बार तालियो के महोत्सव के साथ श्रोताओं ने कवि का भरपूर उत्साह वर्धन किया।राम ने जनता की मांग पर अपनी प्रसिद्ध कविता मां पद्मावती का वाचन कर राजस्थान के अप्रतिम शौर्य का बखान अपने काव्य पाठ के द्वारा किया। इसके पश्चात देसी घी के नाम से प्रसिद्ध कवि दिनेश देशी घी को आमंत्रित किया। जिन्होंने अपने हास्य से परिपूर्ण काव्य पाठ के द्वारा जनता का भरपूर मनोरंजन किया। मातृशक्ति के रूप में उपस्थित कवित्री भुवन मोहिनी, गौरी मिश्रा ने मंच संभाला और श्रृंगार रस से परिपूर्ण काव्य पाठ से श्रोताओं को मंत्र मुक्त किया। कवि अशोक चारण ने अपने देशभक्ति से परिपूर्ण कविताओं से मंच को एक नवीन ऊर्जा प्रदान कर कवि सम्मेलन को अपने चरम पर पहुंचा। जानी बैरागी ने अपने हास्य रस से लोगों को लोटपोट किया। भोर रात्रि तक कवियों ने अपने वीर रस, हास्य रस करुण रस प्रेम रस सहित अपने नवरसों से परिपूर्ण कविता पाठ के द्वारा श्रोताओं को नए केवल मंत्रमुग्ध किया।बल्कि भाव विभोर करते हुए ख्याति के अनुरूप कवि सम्मेलन को एक मुकाम प्रदान किया। लोगों का कहना रहा की कई सालों से लगातार कवि सम्मेलन के मामले में चल सुखा का समाप्त हुआ। पुलिस उपाधीक्षक शंकर लाल मीणा थाना अधिकारी महेंद्र कुमार यादव के नेतृत्व मैं पुलिस प्रशासन मय जाप्ता मुस्तैद रहा। कवि सम्मेलन में दूर-दराज के ग्रामीण क्षेत्र,शहरी क्षेत्र से काव्य पाठ के रसिक श्रोता पहुंचे। मातृशक्ति ने भी उपस्थिति रही।
जनता की प्रतिक्रिया
कवि सम्मेलन सुनने के लिए पहुंचे लोगों ने कवि सम्मेलन को लेकर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए बताया कि कई सालों के बाद इतना बेहतरीन कवि सम्मेलन सुनने और देखने को मिला। इसके लिए मेला संयोजक भूपेंद्र नागर व उनकी टीम को आम जनता ने बधाई का पात्र बताया।
नैनवा में जिस प्रकार का ख्याति प्राप्त कवि सम्मेलन होता है वह ख्याति पिछले कुछ वर्षों में कम हुई थी। मगर एक बार फिर मेला आयोजन समिति द्वारा ख्याति के अनुरूप कवि सम्मेलन का आयोजन कर लोगों को निराश नहीं किया।