श्री क्षात्र पुरुषार्थ फाउंडेशन के पदाधिकारियों ने महाराजा सूरजमल की छतरी को तोडने के विरोध में उपखंड अधिकारी सुरेश कुमार को मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के नाम ज्ञापन सौंपा गया है। फाउंडेशन के सदस्य एडवोकेट तेजभंवरसिंह ने बताया कि बूंदी के हाडा वंश के पूर्व शासक महाराजा सूरजमल की 600 वर्ष पुरानी छतरी को कोटा विकास प्राधिकरण के गैर जिम्मेदार अधिकारियों के आदेश पर प्राधिकरण के कार्मिकों द्वारा प्राचीन धरोहर को विस्थापित करने के लिए निर्धारित प्रक्रिया का पालन न करते हुए अपमानजनक तरीके से जेसीबी चलाकर तहस-नहस कर दिया है। जो कि प्रशासन की आपराधिक मानसिकता को दर्शाता है। ज्ञापन में महाराजा सूरजमल की छतरी को प्राचीन स्मारकों के विस्थापन के लिए निर्धारित प्रक्रिया का पालन न करते हुए सामान्य अतिक्रमण की भांति तोडऩे का अपराध करने वाले व ऐसा आदेश करने वाले अधिकारियों व कर्मचारियों को निलम्बित करने एवं अधिकारियों और कर्मचारियों के विरुद्ध आपराधिक मुकदमा दर्ज करने की मांग की है। ज्ञापन में बताया कि महाराजा सूरजमल की उक्त छतरी को इस स्थान पर पूर्ण सम्मान के साथ उसके इस स्वरूप में पुन स्थापित करवाया जाए। कोटा में हवाई अड्डे का नामांकरण महाराजा सूरजमल के नाम से कर उनके प्रति आमजन की आस्था को सम्मान दिया जाना चाहिए। ज्ञापन देने वालों में नगेंद्र सिंह, गोविंद सिंह, प्रेम सिंह, करण सिंह, टिक्लू सिंह, डूंगर सिंह, वीरेंद्र सिंह व भंवर सिंह सहित कई कार्यकर्ता मौजूद थे।