जल जीवन मिशन घोटाले पर राज्य सरकार ने मंगलवार शाम बड़ा फैसला लिया है। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने जलजीवन मिशन घोटाले में आरोपी 12 अफसरों के खिलाफ जांच की मंजूरी दे दी है। वहीं, सीएम ने आरएएस प्रारंभिक परीक्षा-2013 का पेपर लीक करने वाले आरोपी लेक्चरर को सरकारी सेवा से बर्खास्त करने का फैसला लिया है। हालांकि बर्खास्त लेक्चरर और जल जीवन मिशन घोटाले के आरोपी अफसरों के नाम फिलहाल सामने नहीं आए हैं।गौरतलब है कि जल जीवन मिशन घोटाले को लेकर तत्कालीन जलदाय मंत्री महेश जोशी की भूमिका पर भी भाजपा ने सवाल उठाए थे। माना जा रहा है कि ईडी जल्द ही उनसे पूछताछ कर सकती है। इस घोटाले में 12 अफसरों के खिलाफ परिवाद दर्ज किया जाएगा और डिटेल जांच शुरू की जाएगी। इसके साथ ही इन अफसरों पर अनुशासनात्मक कार्रवाई के 4 मामलों में इंक्रीमेट रोकने का फैसला किया है। इनमें कई इंजीनियर भी शामिल हैं। जिस नियम के तहत ये जांच हो रही है, उसके लिए सरकार की पहले मंजूरी लेनी होती है।जल जीवन मिशन घोटाले की ईडी भी जांच कर रही है। ईडी ने पिछले दिनों ठेकेदारों के खिलाफ कार्रवाई की थी, ईडी ने इसमें कई आरोपियों को अरेस्ट किया था। जलजीवन मिशन घोटाले की अब जांच आगे बढ़ने के बाद कई और अफसर इसके दायरे में आ सकते हैं। कांग्रेस राज के दौरान हुए जलजीवन मिशन घोटाले पर खूब सियासत हो चुकी है। विधानसभा चुनावों के दौरान बीजेपी ने इसे बड़ा मुद्दा बनाया था।
ओम धगाल - पूर्व प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य भाजपा युवा मोर्चा
ओम धगाल की और से हिंडोली विधानसभा क्षेत्र एवं बूंदी जिले वासियों को रौशनी के त्यौहार दीपावली की हार्दिक बधाई व शुभकामनाएं