कर्मयोगी सेवा संस्थान की ओर से रोटेदा रोड स्थित जिला मुख्यालय पर आयोजित किए जा रहे 16 दिवसीय श्राद्ध श्रद्धांजलि महोत्सव के तहत् मंगलवार सप्तमी का श्राद्ध तर्पण अध्यक्ष अनिल कुमार शर्मा के नेतृत्व में अजन्मी कन्या भ्रूण हत्या की त्रासदी की शिकार दिवंगत आत्माओं की शांति के लिए समर्पित किए गए। संस्थान की ओर से विवाह योग्य 16 युवतियों को आमंत्रित करते हुए विवाह उपरांत परिवार में कन्या भ्रूण हत्या नहीं करने एवं समाज में इस हेतु जागृति लाने की शपथ ली गई।

संस्थापक राजाराम जैन कर्मयोगी ने कहा कि कन्या भ्रूण हत्या का पाप ब्रह्म हत्या से भी बड़ा होता है। इसका कोई प्रायश्चित नहीं है। पुत्र की चाह में कई दंपत्ति भ्रूण लिंग परीक्षण कराकर कन्या भ्रूण होने पर गर्भपात कराने जैसा जघन्य पाप कर डालते हैं। जबकि जन्म और मृत्यु सर्वशक्तिमान सत्ता के हाथ है। 

अध्यक्ष अलका दुलारी जैन कर्मयोगी ने शपथ के लिए आमंत्रित युवतियां अंजली शर्मा ,पीहू शर्मा, तनु शर्मा, ऋषिका शर्मा, पूजा राठौर, भाविका शर्मा, तनिष्का, प्रियंका गुर्जर, शिवानी प्रजापति, युविका मोदी, यशिका बंगाली, योगन शर्मा को शपथ दिलवाई। नीलम शर्मा, नंदकंवर सोलंकी, नीलम सिंह, कुसुम सिंह ने युवतियों को मोतियों की माला दुपट्टा और सफा पहनाकर स्वागत किया।

आज का श्राद्ध तर्पण अलका दुलारी जैन कर्मयोगी, हेमंत सिंह, लक्ष्मीनारायण गर्ग, कमल सिंह सोलंकी, नरेंद्र सिंह जादौन, धर्मपाल सिंह, नीलम सिंह, महिला अध्यक्ष नीलम शर्मा, एडवोकेट बबीता आर्य द्वारा किया गया। 

राजाराम जैन कर्मयोगी ने बताया कि बुधवार को अष्टमी के श्राद्ध विश्व में आतंकवाद, सांप्रदायिक, राजनीतिकवाद, धार्मिक उन्माद, व्यक्तिगत एवं साम्राज्यवादी षड्यंत्र को लेकर हुए दिवंगतों की आत्मशांति के लिए समर्पित किए जाएंगे।