कोटा। डकनिया स्टेशन पर सोमवार को एक महिला यात्री के तीन लाख के गहने चोरी होने का मामला सामने आया है। महिला ने कोटा जीआरपी को मामले की रिपोर्ट दी है। इसी तरह कोटा स्टेशन पर भी एक यात्री के 20 हजार रुपए की जेब कटने की सूचना है। यात्री का कहना है कि जीआरपी थाने पर उसकी रिपोर्ट दर्ज नहीं की गई।हांलाकि जीआरपी ने दोनों घटना की सूचना होने से साफ इनकार किया है।

कोटा शक्ति नगर निवासी महिला दीप्ति शर्मा ने बताया कि उसकी बेटी की शादी है। इसके चलते वह अपने पीहर इंदौर खरीदारी करने गई थी। खरीदारी कर वह इंदौर-जोधपुर इंटरसिटी रणथंभौर ट्रेन (12465) से अपनी बेटी के साथ वापस कोटा लौट रही थी। वह ट्रेन के जनरल कोच में सवार थे। दोपहर करीब 12:15 बजे डकनिया स्टेशन ट्रेन पहुंचने से वह अपना सामान संभाल रही थी। उसके पास एक लेडिज पर्स भी था। इस पर्स में डेढ़ तोले सोने की एक चेन, एक तोला सोने का मंगलसूत्र, एक तोला सोने की दो अंगूठियां, एक और छोटा मंगलसूत्र, करीब 25 हजार रुपए कीमत के दो मोबाइल तथा 5 हजार रुपए नगद सहित करीब 3 लाख रुपए मूल्य का जरूरी सामान था। सामान ज्यादा होने से उसने अपना यह पर्स एक बैग में रख दिया। इसके कुछ देर बाद वह अपनी बेटी के साथ डकनिया स्टेशन उतर गई। प्लेटफार्म पर उसे बैग की चेन खुली नजर आई। इस पर उसने अपनी बेटी से पर्स रखा होने की बोलते हुए बैग की चैन लगाने को कहा। इसके बाद बेटी ने देखा तो उसे बैग में कोई पर्स नजर नहीं आया। इसके बाद उसने पूरा बैग खंगाल लिया, लेकिन पर्स कहीं नहीं मिला।

 दीप्ति ने बताया कि पहले थे उसे लगा की में केवल मोबाइल थे। बाद में उसे याद आया कि पर्स में गहने भी रखे हुए थे। उसके बाद उसके होश उड़ गए। इसके बाद में घर नहीं जाकर ऑटो में बैठकर सीधे कोटा स्टेशन जीआरपी थाने पहुंची। यहां उसने पर्स चोरी की लिखित रिपोर्ट थाने में दी।

ट्रेन से उतरते समय चोरी

 दीप्ति ने संभावना जताई यह चोरी ट्रेन से उतरते समय हो सकती है। पहले से नजर रख रहे किसी चोर ने भीड़ का फायदा उठाकर ट्रेन से उतरते समय बैग की चैन खोलकर पर्स से निकाल लिया। यात्रियों की धक्का मुक्की में चोर के द्वारा बैग की चैन खोलने का पता ही नहीं चला।

यात्री की कटी जेब

इसी तरह कोटा स्टेशन पर टिकट बुकिंग कार्यालय परिसर में सुबह कापरेन निवासी इरफान की जेब में रखे 20 हजार किसी ने निकाल लिए। इरफान ने बताया कि वह रिपोर्ट दर्ज करने जीआरपी थाने गया था। लेकिन यहां पर उसकी रिपोर्ट दर्ज नहीं की गई। इसके बाद में ट्रेन में बैठकर अपने घर चला गया। जिस जगह यह घटना हुई है यहां आरपीएफ और जीआरपी के जवानों की हमेशा ड्यूटी रहती है। आरपीएफ तो यहां बैग स्कैनर में यात्रियों के सामान की भी जांच करती है।

मामला छुपाने की कोशिश

मामले में ड्यूटी ऑफिसर राजेश ठाकर ने बताया कि कोई भी यात्री जेब काटने की रिपोर्ट दर्ज कराने थाने नहीं पहुंचा। इसी तरह जीआरपी ने महिला की चोरी की रिपोर्ट से भी साफ इनकार कर दिया। महिला की चोरी की रिपोर्ट पर राजेश के हस्ताक्षर है। हालांकि यह रिपोर्ट भी पक्की नहीं है। जीआरपी ने मात्र एक फार्म पर महिला से यह रिपोर्ट ली है।

जानकारी नहीं देकर मामला छुपाने की कोशिका का जीआरपी का यह पहला मामला नहीं है। चोरी के लगभग हर मामले में जीआरपी का यही रवैया देखने को मिलता है। 

रेल मंत्री के आने के पहले वारदात

मंगलवार को रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव एक दिन के कोटा मंडल दौरे पर रहेंगे। इसके चलते कोटा रेल मंडल से लेकर जबलपुर मुख्यालय तक हलचल तेज है। कई अधिकारियों की स्पेशल ड्यूटी लगाई गई है। सुरक्षा के भी कड़े इंतजाम किए गए हैं। इसके बाद भी चोरी की घटना सामने आई है। इससे सुरक्षा व्यवस्था का अंदाजा आसानी से लगाया जा सकता है।