आरयूआईडीपी परियोजना के कार्य एवं जल संरक्षण के महत्व पर की चर्चा
बून्दी। राजस्थान नगरीय आधारभूत विकास परियोजना (आरयूआईडीपी) चतुर्थ चरण द्वारा बूंदी में आमजन की सुविधा हेतु जल प्रदाय तंत्र मे सुधार एवं ड्रेनेज कार्य और विकास हेतु विभिन्न आधारभूत कार्य करवाये जा रहे हैं।
आरयूआईडीपी प्रोजेक्ट की अधिशाषी अभियंता सोनम शर्मा व कनिष्ठ अभियंता कुश कुमार के निर्देशन में सामुदायिक जागरूकता एवं जन सहभागिता यूनिट बूंदी द्वारा आमजन में जन चेतना के माध्यम से परियोजना संदेश देने के लिए आयूआईडीपी कैप ने डिफेंस सेकेंडरी स्कूल,पुलिस लाइन रोड में विद्यार्थी जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया इस अवसर पर आरयूआईडीपी परियोजना के तहत किये जाने वाले पेयजल योजना कार्य में छात्र-छात्राओं की भूमिका एवं परियोजना कार्य में सहयोग आदि विषयों पर चर्चा की गयी। जीवन के सभी कार्य का निष्पादन के लिए जल की आवश्यकता होती है जल संसाधन पानी के वह स्रोत है जो मानव जाति के लिए उपयोग है। फर्श को पाइप से धोने की बजाय पोछे से साफ करें सेविंग करते वक्त नल को खूला ना छोडे मग में पानी लेकर सेव करे इस प्रकार की छोटी छोटी आदतों से बहुत सारा पीने वाला पानी बचाया जा सकता है जो आज की बचत और कल का भविष्य हैं और इसमें बच्चों को अपना अहम रोल निभा सकते है। इसलिए अब समय आ गया है की बच्चो को आगे आकर पानी को बचाने के लिए उपाय करने होंगे।
इसी क्रम में सोशल सैफ गार्ड नरेश महावर ने ड्रेनेज कार्य के बारे मै विस्तार से बताते हुए कहा कि हमें अपने आसपास साफ सफाई का विशेष ध्यान रखना चाहिए एवं वर्षा का पानी इकट्ठा नहीं होने देना चाहिए जिससे कि उसमें मच्छर का लार्वा नहीं पनपे। इन छोटे छोटे उपायों से हम बीमारियों से बचे रह सकते है।
विद्यालय के प्रधानाध्यक अर्पित रावत ने जल संरक्षण के पर प्रकाश डाला अपने उद्बोधन मे बोलते हुए कहा कि स्कूल मे जल संरक्षण पर इस प्रकार के कार्यक्रम करने चाहिए। जिससे जल संरक्षण के प्रति बच्चों में सहभागिता सुनिश्चित की जा सके इस अवसर पर एसओटी टीम के सौरव,बबीता और हिमानी उपस्थित रहे।