बूंदी। जिले के खिलाडियो को तैराकी के क्षेत्र मे बेहतर सुविधा उपलब्ध करवाने के उदेश्य से करीब पांच करोड की लागत से खेल संकुल मे बनाया गया तरणताल लोकार्पण के सात माह बाद उस समय कंलकित हो गया जब जिले मे आयोजित हुई जिला स्तरीय तैराकी प्रतियोगिता मे आयोजको को निजी स्विमिंग पूल मे तैराकी प्रतियोगिता आयोजित करवानी पडी क्योकि लोकार्पण के सात माह बाद भी तरणताल संचालन की पाॅलिसी नही बन पाने के कारण तरणताल पर ताले लटके हुये है पर परवाह किसी को नही है। 
गत दिनो शहर के एक निजी पूल मे राजकीय उच्च प्राथमिक विधालय प्रेमपुरा द्वारा जिला स्तरीय अण्डर 14 स्विमिंग प्रतियोगिता आयोजित की गई। जिसमे जिलेभर के 50 से अधिक तैराक छात्र छात्राओ ने भाग लेकर बेहतर प्रदर्शन किया पर उस समय जिला मुख्यालय पर ही स्थित अन्तराष्ट्रीय स्तर के तरणताल की खमी जिले के होनहार तैराक छात्र छात्राओ को काफी खली। वही आगामी दिनो मे भी नैनवां मे तैराकी प्रतियोगिता आयोजित होने वाली है। 
प्रभारी सचिव भी नही करवा पाये चालू
प्रभारी सचिव कुंजी लाल मीणा ने जून माह मे जिला कलक्टर अक्षय गोदारा के साथ खेल संकुल का औचक निरीक्षण कर नवनिर्मित तरणताल, सिंथेटिक ट्रेक व अन्य निर्माण कार्यो का अवलोकन कर खेल अधिकारी वाईबी सिंह से प्रगति की जानकारी ली थी। इस दौरान भाजपा महिला मोर्चा जिलाध्यक्ष नुपुर मालव ने प्रभारी सचिव से स्विमिंग पूल और खेल संकुल मे लाइट जल्द ही शुरू करवाने की मांग की इस पर प्रभारी सचिव मीणा ने कहा कि जल्दी स्विमिंग पूल का संचालन शुरू कर दिया जायेगा पर जून माह को निकले भी दो माह हो गये पर स्विमिंग पूल आज भी बंद है। 
सात माह मे भी नही बनी संचालन की पाॅलिसी
पांच करोड की लागत से बने तरणताल के संचालन के लिये खेल विभाग द्वारा सात माह बाद कोई पाॅलिसी नही बनाई गई है जिससे तरणताल का संचालन ठप्प है पर जिम्मेदार कन्स्ट्रक्शन के नाम पर तैराकी का शोक रखने वाले खिलाडियो, शहरवासियो को गुमराह करने मे लगे हुये है। इससे तरणताल के संचालन के बारे मे संदेह बना हुआ है। वही शहर मे तैराकी का शोक रखने वाले खिलाडियो को निजी स्वीमिंग पूलो या सार्वजनिक जलाशयो का सहारा लेना पड रहा है। इससे शहरवासी व तैराकी प्रशिक्षक भी खासे नाराज है।