वाराणसी की कोर्ट ने ज्ञानवापी के व्यासजी तहखाने की छत पर नमाजियों की एंट्री पर रोक लगाने की याचिका खारिज कर दी। तहखाने की मरम्मत कराने से भी इनकार कर दिया। साथ ही व्यासजी तहखाने में चल रही पूजा यथावत जारी रहेगी। हिंदू पक्ष की याचिका पर सिविल जज सीनियर डिवीजन हितेश अग्रवाल ने ये आदेश दिया।हिंदू पक्ष की अपील थी कि व्यासजी की छत पर नमाजियों की एंट्री को रोका जाए। अब हिंदू पक्ष मरम्मत की मांग को लेकर जिला कोर्ट में अपील करेगा। दरअसल, व्यासजी तहखाने की छत पर नमाज पढ़ी जाती है और तहखाने में नीचे पूजा होती है। हिंदू पक्ष ने याचिका में मांग की थी कि व्यासजी का तहखाना बहुत पुराना है। छत कमजोर है। छत से पानी टपकता है। तहखाने के पिलर भी कमजोर हैं। नमाजियों के छत पर इक‌ट्ठा होने से छत को नुकसान हो रहा है। ऐसे में तहखाने की मरम्मत कराई जाए। साथ ही नमाजियों को व्यासजी तहखाने की छत पर जाने से रोका जाए। मुस्लिम पक्ष ने हिंदू पक्ष की याचिका का विरोध किया। कोर्ट में दलील दी कि नमाजियों को रोकने की याचिका गलत है। छत इतनी भी कमजोर नहीं है कि किसी के जाने से क्षतिग्रस्त हो जाए। हम सालों से छत पर नमाज पढ़ते रहे हैं।