फसल खराबे की गिरदावरी समय पर हो, कोई भी किसान मुजावजे से नहीं रहे वंचित - हीरालाल नागर
जिला प्रभारी मंत्री ने फसल खराबे, क्षतिग्रस्त परिसम्पत्तियों, बजट घोषणाओं की ली समीक्षा बैठक
बूंदी। ऊर्जा राज्यमंत्री एवं बूंदी जिला प्रभारी मंत्री हीरालाल नागर ने निर्देश दिए है कि अतिवृष्टि से हुए फसलों के नुकसान की गिरदावरी का कार्य जिम्मेदारी और सावधानी के साथ पूर्ण करवाकर किसानों को समय पर उचित मुआवजा दिलवाया जाए। यह निर्देश जिला प्रभारी मंत्री ने गुरूवार को जिला कलेक्ट्रेट सभागार में बजट घोषणाओं के क्रियान्वयन की प्रगति, जिले में अतिवृष्टि से हुए सरकारी परिसम्पतियों के नुकसान की जिला स्तरीय समीक्षा बैठक के दौरान अधिकारियों को दिए। इस दौरान उन्होंने जिले में भारी बारिश एव अतिवृष्टि से हुए खराबे की जानकारी लेते हुए निर्देश दिए कि मुख्यमंत्री की भावना के अनुरूप बजट घोषणाओं को धरातल पर उतारने के लिए सभी अधिकारी त्वरित कार्रवाई करें।
प्रभारी मंत्री ने कहा कि राज्य सरकार की मंशा है कि बजट घोषणाएं जल्द लागू हो, इसलिए जिला व उपखंड स्तरीय अधिकारी घोषणाओं के क्रियान्वयन के लिए गंभीरतापूर्वक कार्रवाई करें। प्रभारी मंत्री ने जिले से संबंधित सभी घोषणाओं की विभागवार समीक्षा की और प्रत्येक घोषणा की स्थिति के बारे में जाना। उन्होंने कहा कि प्रत्येक घोषणा के क्रियान्वयन को नियमित फॉलो किया जाए।
समय पर तैयार करें गिरदावरी रिपोर्ट
जिला प्रभारी मंत्री ने कहा कि फसलों के खराबे की जानकारी के लिए गिरदावरी रिपोर्ट तैयार की जाए, ताकि किसानों को नियमानुसार सहायता राशि उपलब्ध करवाई जा सके। खराब हुई फसलों की गिरदावरी का कार्य अतिशीघ्र किया जाए। पटवारी अपने क्षेत्र में भ्रमण कर बीमा कंपनी के प्रतिनिधियेां से निरंतर सम्पर्क बनाएं रखें। फसल खराबे की गिरदावरी से जुड़े सभी अधिकारी व कार्मिक पूरी जिम्मेदारी से कार्य करते यह सुनिश्चित करें कि कोई भी किसान मुआवजे से वंचित नहीं रहे। इसके अलावा फसल खराबे के संबंध में किसनों को मिलने वाले मुआवजे के संबंध में जरूरी जानकारी दी जाए। इस दौरान उन्होंने अधिकारियों से जिले में अनुमानित फसल खराबे को लेकर फीडबैक भी लिया। उन्होंने निर्देश दिए कि जिला कलक्टर संबंधित बीमा कंपनियों के साथ बैठक लेकर मुआवजे संबंधी प्रक्रियाएं समय पर पूरी करने की सुनिश्चितता करें।
उन्होंने नहरी तंत्र सुदृढ़ीकरण से जुड़े कार्यों के बारे में जाना और इसे पूरा करने को तत्काल कार्रर्वाई के निर्देश दिए। बजट घोषणाओं के तहत वांछित भूमि आवंटन के प्रकरणो में शीघ्र भूमि आवंटित करवाई जाए। उन्होंने राज्य आपदा मोचन निधि के अन्तर्गत अतिवृष्टि से क्षतिग्रस्त परिसम्पत्तियों के अनुसान की तात्कालिक मरम्मत प्रस्ताव की समीक्षा की। उन्होंने निर्देश दिए कि संबंधित विभागों से प्राप्त प्रस्तावों शीघ्र भिजवाए जाएं, ताकि आवश्यक बजट आवंटन करवाकर इनकी शीघ्र मरम्मत करवाई जा सके।
उन्होंने निर्देश दिए कि जिले से गुजर रहे एक्सप्रेस वे पर बनी जिन पुलियाओं के नीचे सीसी सड़क नहीं है, उसकी जांच करवाई जाएं, ताकि इनमें पानी भरने की समस्याओं का समाधान करवाया जा सके। उन्होंने निर्देश दिए कि स्वीकृत कार्यों के कार्य शीघ्र शुरू किए जाएं। उन्होंने आगामी 17 सितंबर को आयोजित मुख्यमंत्री रोजगार उत्सव की तैयारियों की जानकारी भी ली। उन्होंने निर्देश दिए कि राजकीय विद्यालयों में बरसात से क्षतिग्रस्त भवनों की मरम्मत करवाई जाए। उन्होंने निर्देश दिए कि विद्यालय विकास एवं प्रबंधन समिति के माध्यम से भी यह कार्य करवाए जाएं।
फसल कटाई के बाद जारी हों बकाया कृषि कनेक्शन
प्रभारी मंत्री ने विद्युत निगम के अधिकारियों से जिले में अब तक जारी कृषि कनेक्शनों की प्रगति की जानकारी ली। उन्होंने जिले के ब्लॉकवार बकाया कृषि कनेक्शनों की जानकारी लेते हुए निर्देश दिए कि फसल कटाई के बाद किसानों को कृषि कनेक्शन जारी करने की कार्य योजना तैयार की जाए। उन्होंने निर्देश दिए कि नए कृषि कनेक्शन जारी करने के लिए आवश्यक ट्रांफफार्मरों की संख्या की जानकारी उपलब्ध कराई जाए। साथ ही गांवों में निर्बाध विद्युत आपूर्ति हो।
सड़कों की मरम्मत शुरू करें
नागर ने निर्देश दिए कि मानसून में बारिश के कारण खराब हुई सड़कों की मरम्मत का काम शुरूकिया जाए। उन्होंने निर्देश दिए कि जिले में जिन स्थानों पर सड़के ज्यादा खराब है और आवाजाही प्रभावित है, उनका पेच वर्क करवाकर आवाजाही की सुविधा उपलब्ध कराई जाए। इसके साथ ही जिले में बरसात के दौरान खराब हुई सड़कों की मरम्मत के प्रस्ताव भी अतिशीघ्र भिजवाएं जाए।
बैठक में जिला अक्षय गोदारा ने विभागवार प्रगति के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि जिला स्तर पर बजट घोषणाओं की नियमित मॉनिटरिंग की जा रही है।
बैठक में जिला प्रभारी सचिव कुंजीलाल मीणा, जिला पुलिस अधीक्षक हनुमान प्रसाद मीणा, अतिरिक्त जिला कलक्टर सीलिंग नवरत्न कोली, मुख्य कार्यकारी अधिकारी रवि वर्मा, डीएफओ वीरेन्द्र कृष्णियां, उपखंड अधिकारी एचडी सिंह, सार्वजनिक निर्माण विभाग के अधीक्षण अभियंता इन्द्रजीत मीणा, मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी डॉ. महावीर शर्मा, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. ओपी सामर सहित विभिन्न विभागों के जिला स्तरीय अधिकारी मौजूद रहे।