मशहूर भजन गायक कन्हैया मित्तल कांग्रेस में नहीं शामिल होंगे. 2022 में यूपी विधानसभा चुनाव के समय 'जो राम लाए हैं' गाने से मशहूर होने वाले भजन गायक ने अपने बयान से यूटर्न लेते हुए कांग्रेस में जाने से इनकार कर दिया है. उन्होंने कहा कि मैं नहीं चाहता कि किसी सनातनी का भरोसा टूटे. सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर एक वीडियो शेयर करते हुए उन्होंने लिखा,"सनातनियों की सुनेंगे, सनातनियों को चुनेंगे. दरअसल, चर्चा थी कि हरियाणा विधानसभा चुनाव में बीजेपी से टिकट न मिलने से कन्हैया मित्तल नाराज थे. उनके कांग्रेस में शामिल होने के कयास लगाए जा रहे थे. सोमवार को मेहंदीपुर बालाजी से मशहूर भजन गायक ने खुद एक वीडियो शेयर करके कांग्रेस पार्टी में शामिल होने की संभावनाएं जताई थी. कन्हैया मित्तल ने कहा था कि सनातन की बात करने वाला एक ही दल न हो, किसी की मदद के लिए हर दल से लोग आएं और हर पार्टी में सनातन की बात हो. इसीलिए इच्छा है कि कांग्रेस ज्वॉइन करूं. कन्हैया मित्तल ने कहा था कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मेरे गुरु हैं और रहेंगे. मुझे सनातन को आगे बढ़ाना है और कुछ नहीं अगर मनमोहन सिंह भी राम मंदिर बनाते तो मैं उनके लिए भी भजन गाता. मैं सनातनियों के लिए भजन गया हूं, नाकि किसी पार्टी के लिए. हालांकि, 24 घंटे के बाद अपने बयान से यूटर्न लेते हुए मंगलवार को एक और वीडियो शेयर किया. पिछले दो दिनों से मुझे ये अहसास हुआ कि मेरे सभी सनातनी भाई-बहन और खास भाजपा का शीर्ष नेतृत्व मुझे बहुत प्यार करता है और मेरी चिंता करता है. दो दिनों से देख रहा हूं कि आप सब परेशान हैं, उसके लिए मैं क्षमा चाहता हूं. और जो मेरे मन की बात मैंने कही थी कि मैं कांग्रेस जॉइन करने वाला हूं, उसे वापस लेता हूं क्योंकि मैं नहीं चाहता किसी सनातनी का भरोसा टूटे. उन्होंने कहा, "आज मैं टूटूंगा तो पता नहीं कितने और टूटेंगे. हम सब मिलकर राम के थे, राम के हैं और राम के रहेंगे. पुन: आप सब क्षमाप्रार्थी हूं. पुन: आप सब क्षमाप्रार्थी हूं. कोई अपना ही होता है, जब कोई गलती करता है, तो अपने ही परेशान होते हैं. मुझे लगा कि मेरे मन की बात गलत है और इसको वापस लूं. सबका धन्यवाद करूं और ऐसे ही हम सब जुड़े रहें."