अतिवृष्टि से खेतों खडी़ खरीफ की फसलेचौपट होने के कगार पर है जिससे किसान चिंतित हैं। गांव राहोली व चनानी में लगातार हो रही बारिश से खेतों में पानी भरा हुआ है। जिस से फसलें गलने लगी हैं। किसान मूलचंद मीणा, प्रभुलाल मीणा, सुरेशकुमार सैनी, बाबूलाल सैनी, रामेश्वर चौधरी, मुकेश सैनी, दयाराम चौधरी, रामदयाल यादव, बाबूलाल यादव, सीताराम गुर्जर, हनुमान गुर्जर व सुरेशकुमार चौधरी ने बताया कि लगातार बारिश होते रहने से खेतों में खड़ी फसलें पानी में डूबी हुई हैं जिससे फसलें पूरी तरह खराब होने के कगार पर हैं। फसलों को बचाने के लिए किसान इंजन चलाकर खेतों से पानी निकाल रहे हैं। लगातार बारिश होने से खेतों में पानी नहीं सूख रहा है। पानी से खेत में बोई गई फसलें पीली पडकर खराब हो चुकी हैं। किसानों ने कर्ज लेकर खेतों में बोई गई तिल, बाजरा, ज्वार, मूंग, उड़द व मूंगफली सहित कई फसलें पानी में डूबी हुई हैं। ज्वार, बाजरा व तिल की फसले पानी में रहने से पीली पडक़र खराब हो चुकी हैं। किसानों ने बताया कि इस बार अच्छी पैदावार लेने के लिए कई बार खेतों की जुताई कर 700 से 800 रूपये किलों तक का बीज खरीद कर बुवाई की थी। लेकिन बारिश से उनकी उम्मीदों पर पानी फिर गया है। किसानों ने जिला कलेक्टर से सर्वे करवाकर शीघ्र मुआवजा दिलवाने की मांग की है।