लोकसभा चुनावों में बीजेपी 25 में से 11 सीटे हार गई थी। इस हार की बड़ी वज़ह कई बूथो पर पार्टी की कमजोर परफॉर्मेंस को भी माना जाता हैं। कई बूथों पर बीजेपी को एक भी वोट नहीं मिला।इससे सबक लेते हुए अब पार्टी बूथ को मजबूत करने का काम शुरू कर रही हैं। इसके पहले चरण में हर बूथ पर पार्टी से नए सदस्यों को जोड़ा जाएगा। इसके लिए हर बूथ पर 200 सदस्य बनाने का लक्ष्य रखा गया हैं। प्रदेश में 52 हज़ार बूथ है।इसके लिए पार्टी सदस्यता अभियान चलाएगी। जिसमें 1 करोड़ नए सदस्य बनाए जाएंगे। अभियान के तहत पार्टी कार्यकर्ता घर-घर जाकर संपर्क करेंगे और सदस्य बनाएंगे। कार्यकर्ताओं के लिहाज विश्व की सबसे बड़ी राजनीतिक पार्टी बीजेपी के लिए लोकसभा के यह आंकड़े आंखें खोलने वाले थे। लोकसभा चुनावों में राजस्थान की 25 में से 4 सीटों के 31 बूथ पर बीजेपी को जीरो वोट मिले थे।यानी इन बूथों पर बीजेपी के बूथ अध्यक्षों, पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने भी अपनी पार्टी को वोट नहीं दिया। प्रदेश के करीब 52 हजार पोलिंग बूथ के आंकड़े खंगालने के बाद ये चौंकाने वाला तथ्य सामने आया था।ये बूथ सीकर, झुंझुनूं, जयपुर शहर और बाड़मेर-जैसलमेर लोकसभा क्षेत्र के हैं। जयपुर शहर को छोड़ दें तो बाकी तीन सीटों पर भाजपा को हार का सामना करना पड़ा था। ऐसे में अब पार्टी नए सिरे से सदस्यों को पार्टी के साथ जोड़कर बूथ को मजबूत करने का काम करेगी। बीजेपी के इस सदस्यता अभियान के लिए मंगलवार को जयपुर में एक कार्यशाला भी आयोजित की जाएगी। इस कार्यशाला में राष्ट्रीय पदाधिकारियों से लेकर जिला सदस्यता टीमें मौजूद रहेगी। सदस्यता अभियान के लिए प्रत्येक बूथ स्तर से लेकर मंडल स्तर और शक्ति केंद्रों के कार्यकर्ताओं को जिम्मेदारी दी गई है।