दिल्ली एनसीआर में लगातार बढ़ते प्रदूषण के चलते दिल्ली में ग्रेप 3 लागू कर दिया गया है. हालात ये है की दिल्ली में सीपीसीबी के मुताबिक 372 AQI लेवल पहुंच गया है और सबसे ज्यादा हालात आनंद विहार के खराब है. जहां प्रदूषण का स्तर 439 AQI पहुंच गया है और स्मॉग यहां पर साफ देखा जा सकता है. वैसे तो कल कंस्ट्रक्शन पर दिल्ली में रोक लगा दी गई है, लेकिन जरूरी काम हो सकते हैं. उसी के तहत आरआरटीसी का जो कंस्ट्रक्शन यहां पर चल रहा है. वह भी जारी है जिसको देखते हुए दिल्ली सरकार ने छिड़काव के लिए अतिरिक्त प्रबंध करने की बात भी कही है. लेकिन यह इंतजाम भी यहां पर नाकाफी साबित हो रहे हैं. लोगों का कहना है कि इस बढ़ते प्रदूषण के कारण उनकी जान पर बनाई है। नोएडा और ग्रेटर नोएडा में पॉल्यूशन खतरनाक स्तर पर बना हुआ है । आज नोएडा का AQI 375 दर्ज किया गया । आसमान में पॉल्यूशन के चलते धुंध छाई हुई है । प्रदूषण नियंत्रण विभाग ने बीते 24 घंटो में 5 अलग अलग जगहों पर 2 लाख 30 हजार का जुर्माना लगाया है.
ओम धगाल - पूर्व प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य भाजपा युवा मोर्चा
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पराली बन रही प्रदूषण का कारण
आपको बता दें कि पंजाब, हरियाणा और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में किसानों द्वारा जलाई जा रही पराली ने दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण का स्तर बढ़ा दिया है. आलम यह है कि दिल्ली की हवा में उड़ता धुआं लोगों को बेहाल कर रहा है. लोगों को न केवल आंखों में जलन महसूस हो रही है बल्कि सांस लेने में कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है. डॉक्टरों ने भी हवा में मिले इस जहरीले धुंए को स्वास्थ्य के लिए खतरनाक बताया है. वहीं. दिल्ली सरकार राजधानी में बढ़ते वायु प्रदूषण को लेकर चिंतित है. दिल्ली में जगह-जगह पर स्मॉग टॉवर का इस्तेमाल किया जा रहा है. इसके साथ ही दिल्ली की केजरीवाल सरकार ने हवा में घुले इस जहर से पार पाने के लिए 'रेड लाइट ऑन गाड़ी ऑफ कैंपेन' का खाका तैयार किया है. इस कैंपेन के तहत दिल्ली में रेड लाइट ऑन होने की स्थति में लोगों से अपने वाहन बंद करने की अपील की जाती है. दिल्ली सरकार के अनुसार अक्सर देखने में आया है कि रेड लाइट ऑन के समय में लोग अपने वाहनों को स्टार्ट मोड़ पर ही रखते हैंं, जिससे रोजाना लोखों करोड़ों का पेट्रोल-डीजल तो स्वाह होता ही है, साथ ही गाड़ियों से निकलने वाला धुआं आबोहवा को और नुकसान पहुंचाता है.
उपराज्यपाल ने लगाया अड़ंगा
इसलिए दिल्ली सरकार इस कैंपेन को लेकर आई है, लेकिन उपराज्यपाल वीके सैक्सेना ने इस कैंपेन पर सवाल उठाए हैं. एलजी सैक्सेना ने फाइल वापस करते हुए कहा कि दिल्ली सरकार पहले इस तरह के कैंपेन से जुड़े कुछ आंकड़े पेश करे कि ऐसे कदमों से प्रदूषण में कितनी कमी आई है. वहीं, दिल्ली सरकार के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने पलटवार करते हुए कहा कि एलजी दिल्लीवासियों के सांसों पर राजनीति कर रहे हैं.