बूंदी। बूंदी-जयपुर मार्ग पर नवल सागर के आसपास शनिवार रात को लेपर्ड नजर आने से लोग दहशत में आ गए। लेपर्ड का मूवमेंट बस्ती के करीब देखते हुए लोग घरों में दुबक गए। वन विभाग को सूचना मिलने पर निगरानी टीम मौके पर लगाई है। जिले में अलग-अलग क्षेत्रों में लेपर्ड का मूवमेंट होने से लोगों में दहशत है। बीती रात लेपर्ड का मूवमेंट शहर के नवल सागर व बूंदी जयपुर मार्ग के आसपास की बस्ती के करीब देखा गया। रात 11ः30 के करीब कुछ लोगों ने सड़क के पास लेपर्ड को मूवमेंट करते देखा तो सकते में गए। यह बात की खबर जब बस्ती के लोगों तक पहुंची तो क्षेत्र के रहवासियों ने घर से बाहर निकलने से किनारा कर लिया। लेपर्ड का मूवमेंट बूंदी में महलों के आसपास, चंपा बाग, शमशान के करीब, मानदाता बालाजी की पहाड़ी के आसपास अक्सर होता रहता है।

वहीं, गत् दो तीन महीने में लेपर्ड का मूवमेंट जिले के कई इलाकों मे देखा गया। कुछ दिन पहले लाखेरी क्षेत्र के डागांहेडी गांव में लेपर्ड ने एक बछडे़ का शिकार किया था, जिससे ग्रामीण दहशत में आ गये थे। वहीं, इससे पहले इंदरगढ़ की प्रसिद्ध बीजासन माताजी मंदिर परिसर में भी लेपर्ड के मूवमेंट की तस्वीरें कैमरे में कैद हुई थी।

वन विभाग की टीम निगरानी में लगी
जिला वन अधिकारी संजीव शर्मा ने बताया कि लेपर्ड के मूवमेंट की जानकारी मिली थी। सूचना पर टीम को मौके पर भेजा है। वह इलाके की निगरानी कर रही है। वहीं, लोगों के लिए एडवाइजरी जारी की है कि वन क्षेत्र व लेपर्ड के मूवमेंट वाले एरिया से दूरी बनाकर रखे। अकेले व पैदल नहीं निकले। वन क्षेत्र के करीब होने से अक्सर लेपर्ड का मूवमेंट नजर आता रहता है। लेपर्ड पानी पीने या शिकार के लिए बस्ती के करीब आ जाता है अक्सर लेपर्ड कुत्ते का शिकार करता है।