जिले में 10 अगस्त को आयोजित राष्ट्रीय कृमि मुक्ति कार्यक्रम के तहत 1 से 19 वर्ष के बच्चों एवं किशोर-किशोरियों को एल्बेंडाजोल की दवा खिलाई गई। इसी अभियान के तहत शनिवार 17 अगस्त को आयोजित मॉपअप दिवस पर बचे हुए बच्चों को एल्बेंडाजोल की दवा खिलाई जाएगी।  1 से 19 वर्ष तक के बच्चे, जिन्होंने 10 अगस्त को एल्बेंडाजोल की गोली नहीं खाई, वे 17 अगस्त को आयोजित मॉपअप दिवस पर आवश्यक रूप से एल्बेंडाजोल की गोली खा लें। उन्होंने बताया कि यह गोली बच्चों को कुपोषण से मुक्त बनाने, आयरन की कमी को दूर करने एवं बच्चों के पेट के कीड़ों को खत्म करने के लिए खिलाई जाती है। उन्होंने बताया कि मॉपअप दिवस के अंतर्गत एल्बेंडाजोल गोली खाने से वंचित रहे बच्चों तथा किशोर-किशोरियों को शिक्षण संस्थाओं, चिकित्सा संस्थानों, आंगनबाड़ी केन्द्रों एवं आशा सहयोगिनियों द्वारा घर-घर जाकर दवा खिलाई जाएगी। इस दवा के सेवन से छोटे बच्चों के पेट में होने वाले कीड़े नष्ट हो जाते हैं और बच्चे का बेहतर शारीरिक व मानसिक विकास होता है। उन्होंने बताया कि एक से दो साल के बच्चों को आधी गोली चूरा बना कर चम्मच में पानी साथ, जबकि दो से तीन साल के बच्चों को एक पूरी गोली चूर कर पानी के साथ और 3 से 19 साल के बच्चों व किशोर-किशोरियों को एक पूरी गोली चबा कर पानी के साथ दी जाएगी।