प्रदेश में 1 अगस्त से लागू हुई लाडो प्रोत्साहन योजना

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महावीर कुल्फी सेन्टर - बूंदी

महावीर कुल्फी सेन्टर की और से बूंदी वासियों को दीपावली की हार्दिक बधाई व शुभकामनाएं

    राज्य में बालिकाओं के प्रति समाज में सकारात्मक विकसित करने एवं उनके स्वास्थ्य तथा शैक्षणिक स्तर में सुधार के लिये ‘‘लाडो प्रोत्साहन योजना’’ प्रारम्भ की गई है। यह योजना दिनांक 01.08.2024 से सम्पूर्ण राजस्थान में लागू हो चुकी है। जिला स्तर पर महिला अधिकारिता विभाग के जिला स्तरीय अधिकारी मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी एवं शिक्षा विभाग के अधिकारियों के समन्वय कर योजना का क्रियान्वयन किया जायेगा। इस योजना में गरीब परिवारों की बालिकाओं के जन्म पर एक लाख रूपये का सेविंग बॉण्ड राज्य सरकार द्वारा प्रदान किया जायेगा।

यह है योजना:- लाडो प्रोत्साहन योजना बालिकाओं के पालन पोषण, शिक्षण व स्वास्थ्य के मामले में लिंग भेदभाव को रोका जा सकेगा एवं बालिकाओं को बेहतर शिक्षण व स्वास्थ्य सुविधाएं प्राप्त होंगी। इस योजना से संस्थागत प्रसव को बढावा मिलेगा तथा मातृ एवं बालिका शिशु मृत्यु दर में कमी आयेगी। बालिकाओं का विद्यालयों में नामांकन व ठहराव बढेगा। बालिकाओं को उच्च शिक्षा प्राप्त होगी तथा बाल विवाह में कमी आयेगी।

ये मिलेंगे लाभ:- बालिका के जन्म पर 1 लाख रू0 के राशि का संकल्प पत्र प्रदान किया जायेगा। सम्पूर्ण भुगतान 7 किश्तों के रूप में बालिका के जन्म से लेकर 21 वर्ष की आयु पूर्ण करने तक डीबीटी माध्यम से ऑनलाईन होगा बालिका के वयस्क होने तक 6 किश्तें बालिका के माता-पिता/अभिभावक के बैंक खाते में एवं 7वीं किश्त बालिका के बैंक खाते में जमा होगी। राजश्री योजना को लाडो प्रोत्साहन योजना में समाहित करते हुये इस योजना की आगामी किश्तों का लाभ पात्रतानुसार मिलेगा।

योजना के अन्तर्गत बालिका को देय राशि:- इस योजना में पात्र चिकित्सा संस्थानों में बालिका के जन्म पर पहली किश्त 2500 रू0, एक वर्ष पूर्ण होने एवं समस्त टीकाकरण पर दूसरी किश्त 2500 रू0, सरकारी स्कूल या राज्य सरकार से मान्यता प्राप्त निजी विद्यालय में पहली कक्षा में प्रवेश लेने पर तीसरी किश्त 4000 रू0, सरकारी स्कूल या राज्य सरकार से मान्यता प्राप्त निजी विद्यालय में छठीं कक्षा में प्रवेश लेने पर चौथी किश्त 5000 रू0, सरकारी स्कूल या राज्य सरकार से मान्यता प्राप्त निजी विद्यालय में 10वीं कक्षा में प्रवेश लेने पर पांचवीं किश्त 11,000 रू0, सरकारी स्कूल या राज्य सरकार से मान्यता प्राप्त निजी विद्यालय में 12वीं कक्षा में प्रवेश लेने पर छठीं किश्त 25,000 रू0, सरकार से मान्यता प्राप्त शिक्षण संस्थानों से स्नातक परीक्षा उत्तीर्ण करने पर एवं 21 वर्ष की आयू पूर्ण करने पर सातवी किश्त 50,000 रू0 प्राप्त होगी।

यूं होगी समीक्षाः- योजना की समीक्षा जिला स्तर पर प्रत्येक 03 माह में जिला कलक्टर करेंगें तथा बेटी पढाओं बेटी बचाओं योजना के अन्तर्गत जिला टास्क फोर्स के द्वारा योजना पर्यवेक्षण किया जायेगा।