बूंन्दी। दिल्ली के ओल्ड राजेन्द्र नगर स्थित राव आईएएस इन्सटयूट के बेसमेंट मे हुये जलभराव की चपेट मे आने से तीन छात्रो श्रेया यादव, तान्या सोनी, निविन डाॅल्विन व एक छात्र नीलेश राय का जलमग्न सडक पर करंट लगने से आकस्मिक निधन हो गया वही गुरूवार को प्रदेश के जयपुर मे चार लोग जलभराव का शिकार हो गये। इसके बाद बूंदी जिला प्रशासन व नगर परिषद को अपनी कमिया छुपाकर दो समाचार पत्रो के दबाव मे कार्यवाही करने का मौका मिल गया। पर प्रशासन व नगर परिषद को कथित जागरूको ने शहर के अवैध निर्माण, कृृषि भूमियो पर बसी काॅलोनिया, अतिक्रमण नही दिखाये क्योकि वहां से आर्थिक हित सध रहे है।

हमेशा की तरह जनसमस्याओ व नियमो की पालना करवाने को लेकर सुस्त प्रशासन बुधवार व गुरूवार को जागा और शुक्रवार को वापस सौ गया। शुक्रवार को शहर के बेसमेटो पर कोई कार्यवाही नही हुई क्योकि सीटो से चिपके अधिकारियो को किसी ने भडकाया नही कि साहब हमारे विरोधी बेसमेट मे कोचिंग चला रहे है और क्या था प्रशासन ने कठपूतली बन कार्यवाही कर दी और शहर मे जलभराव नही हो इसके प्रयास करने की बजाय शिक्षण संस्थानो पर सीजिंग का डंडा चला दिया जबकि सीजिग की कार्यवाही के पहले नियमो की पालना करने का व अपना पक्ष रखने का समय दिया जाता है। पर प्रशासन की मारी बेचारी बूंदी अधिकारियो की चपेट मे आ गई और हमारे जनप्रतिनिधी चुप है। नतीजन शहर मे नालिया जाम होने व सडको पर पानी भरने के कारण बेसमंेटो मे पानी भरा तो अपनी जिम्मेदारी से पल्ला झाड उल्टे नगर परिषद कार्यवाही का डंडा चलायेगी।