कुछ महिलाओं में अक्सर कमर दर्द और कमर के आस-पास के हिस्से में जकड़़न बनी रहती है। इसके पीछे कई बार पेल्विक फ्लोर कमजोर होना जिम्मेदार माना जाता है। पेल्विक फ्लोर का स्वस्थ और मजबूत रहना बेहद जरूरी है। पेल्विक फ्लोर महिलाओं के यूट्रेस के साथ-साथ ब्लेडर को सपोर्ट करने में मदद करती है। किसी भी चीज को उठाने के लिए पेल्विक फ्लोर मजबूत रहना जरूरी होता है (Importance of Pelvic Floor Strength)। महिलाओं में पेल्विक फ्लोर कमजोर होने पर कई लक्षण दिखाई दे सकते हैं। आइये फरीदाबाद की सांई पॉलिक्लीनिक की सीनियर गाइनेकोलॉजिस्ट डॉ. विभा बंसल से जानते हैं इसके बारे में। 

यूरिन लीकेज (Urine Leakage)

पेल्विक फ्लोर कमजोर होने पर पेल्विक फ्लोर की मांसपेशियों पर दबाव पड़ता है, जिससे शरीर में रिसाव का कारण बन सकता है। ऐसे ही महिलाओं में पेल्विक फ्लोर कमजोर होने (Weak Pelvic Floor in Women) पर उनमें खांसते, छींकते यहां तक कि जोर से हंसते समय भी यूरिन लीक हो सकती है। कई बार रनिंग या एक्सरसाइज करते समय भी ऐसा हो सकता है। 

कब्ज (Constipation)

कब्ज भी पेल्विक फ्लोर की मांसपेशियां कमजोर होना का ही एक संकेत है। महिलाओं में कई बार पेल्विक फ्लोर कमजोर होने पर गैस या कब्ज बनी रहती है। यही नहीं, यह कब्ज इतनी तेज होती है कि करवट बदलते या बैठते समय शरीर से हवा पास हो सकती है। 

सेक्स करते समय दर्द होना (Pain While Sex)

चाहे महिला हो या पुरुष सेक्स करने के लिए पेल्विक फ्लोर का मजबूत होना बहुत जरूरी होता है। पेल्विक फ्लोर कमजोर होने पर कई बार ऑर्गेज्म नहीं मिल पाता है। ऐसी स्थिति में महिलाओं को सेक्स करते समय दर्द हो सकता है साथ ही कई बार वजाइना में ज्यादा तो कुछ मामलों में संवेदनशीलता कम भी हो सकती है। 

बार-बार या तेज पेशाब आना (Frequent Urination)

महिलाओं में कई बार तेज या बार-बार पेशाब आने की समस्या होती है। कुछ मामलों में यह किडनी से जुड़ी समस्या हो सकती है, लेकिन अधिकांश मामलों में यह कमजोर पेल्विक फ्लोर का संकेत है। कई बार स्थिति यह तक हो जाती है कि तेज पेशाब आने के बाद व्यक्ति टॉयलेट तक भी नहीं पहुंच पाता है। या कई बार आपको ज्यादा पेशाब आती है।