दौसा जेल से मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को जान से मारने की धमकी के बाद पूरे प्रदेश में अलर्ट जारी कर दिया गया है। पाली जिला मुख्यालय पर भी पुलिस अलर्ट मोड में नजर आई। मंगलवार को जिला कारागृह का एसपी, एएसपी, डिप्टी सहित कई थाना अधिकारियों ने जाब्ते के साथ औचक निरीक्षण किया। इस दौरान जेल के सभी बैरक को गहनता के साथ खंगाला गया। प्रत्येक बंदी की भी जांच की गई। वहीं जेल की दीवारों पर चढ़कर भी जांच पड़ताल की गई। हालांकि राहत की बात तो यह रही कि जेल से किसी भी तरह की संदिग्ध चीज सामने नहीं आई। वहीं दौसा की श्यालावास जेल से मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को जान से मारने की धमकी जिस सिम से दी गई, वह चार माह पहले ही जेल में पहुंचाई गई थी। जेल में कैदियों को बिजली उपकरण सुधारने की ट्रेनिंग देने वाले ने इसके बदले एक बंदी की मां से पांच सौ रुपए लिए थे। दौसा पुलिस ने सोमवार को ट्रेनर को गिरफ्तार कर लिया। नीमा इस जेल में कई वर्ष से कैद था। वह दौलत से बीड़ी और गुटखा लेता था। इसका कर्जा चढ़ गया था। वह रुपए देने की स्थिति में नहीं था। इसी दौरान उसने यह साजिश रची। उसे यह जानकारी थी कि जयपुर जेल से भी इसी तरह की धमकी दी गई थी, जिसके बाद जेल में हलचल मच गई थी। नीमा शुक्रवार को कई बंदियों को कह चुका था, बहुत हुआ अब उसे कर्जा नहीं चुकाना पड़ेगा। सबको देख लूंगा। शनिवार रात को उसने धमकी दे डाली। इसके बाद दौसा जेल के कार्यवाहक अधीक्षक कैलाश दरोगा, कारापाल बिहारीलाल व प्रहरी अवधेश कुमार को सस्पेंड कर दिया गया। उल्लेखनीय है कि दौसा जेल के कार्यवाहक अधीक्षक कैलाश दरोगा 31 जुलाई को रिटायर होने वाले थे।