गुनौर जनपद में बैण्डरो की यह स्थिति है कि लगभग 80 फीसदी बेण्डरों के पास न तो रेत, गिट्टी, बोल्डर की दुकान है और न ही किसी के पास निर्माण सामाग्री भण्डारण की अनुमति है। जब रेत भण्डारण की अनुमति ही नहीं है तो सीसी रोड, नाली एवं भवन निर्माण के लिए वैण्डर कैसे रेत की सप्लाई पंचायतों में कर रहे हैं मतलब सारा काम फर्जी चल रहा है कुछ पंचायतें ऐसी भी है कि जहां उपयंत्री, सचिव एवं रोजगार सहायक के बीच अपने अपने बैण्डरो में राशि डालने को लेकर विवाद भी होता रहता है। यदि बैण्डरो के रिकार्ड एवं दुकानो का भौतिक सत्यापन हो जाय तो कई बेण्डर जेल की हवा खाएंगे।