गुनौर -आजादी के बाद से आज तक जिस गांव के लोंगों को पैदल चलने के लिये लिये भी सड़के नसीब न हुई हों, तो जरा सोंचे वर्षों बाद जब यदि उस गांव के लोंगों को आवागमन के लिये यदि सड़क मिल जाये तो मानो उन ग्रामीणों की दैनिक जिंदगी में मानो बहार ही आ गई।हम बात कर रहे गुन्नौर जनपद पंचायत के अंतर्गत आने वाली सिठौली ग्राम पंचायत के मेन रोड बमरहिया से माता माड़िया तक ।जहाँ आजादी के बाद से आज तक सड़क नही बन पाई थी,जिसको लेकर ग्रामीण काफी मुशिकलों का सामना करते थे,वर्षात के दिनों में परेशानी बहुत बढ़ जाती थी ,क्योंकि माता माड़िया तक वाहन तो जा नही पाते और पैदल चलना भी किसी जंग लड़ने से कम नही था।ग्रामीणों द्वारा सड़क बनवाने के लिये हरसम्भव प्रयास किये मगर उन्हें सफलता नही मिली।मगर ग्राम पंचायत सिठौली के वर्तमान महिला सरपंच सीता राजपूत ने अपनी सूझबूझ और गांव वालों के सहयोग से खुद की नगद राशि लगभग एक लाख करीब खर्च कर माता माड़िया तक सड़क बनाने का महत्वपूर्ण जनहित का कार्य कर दिया। महिला सरपंच सीता राजपूत की यदि माने तो चुनावी भ्रमण के दौरान ग्रामीणों ने सड़क की समस्या बताई थी,जिसको लेकर में प्रयासरत थी ।गुन्नौर क्षेत्र के विधायक डॉ राजेश वर्मा के कार्यों से प्रेरित होकर मैने भी अपनी ग्राम पंचायत के विकास के लिये कदम बढ़ा दिये।सड़क के बन जाने से जहां ग्रामीणों को लाभ मिलेगा। इतना ही नही सरपंच सीता राजपूत द्वारा कोई गांव में मृत हो जाये तो पीड़ित परिवार की हर सम्भव मदद करना के स्वभाव से लोगों की मदद कर रहे हैं तो वही ग्राम पंचायत सिठौली के ग्रामीण भी महिला सरपंच के कार्यों की सराहना कर रहे है।
इनका कहना है
हमारे गांव के सरपंच ने बहुत अच्छा कार्य किया ,फिलहाल अभी मुरुम डल गई है, आवागमन के लिये रास्ते खुल गए हैं।
जगदीश सिंह निवासी सिठौली
इनका कहना है,मेन रोड बमुरहिया से माता माड़िया तक की रॉड न तो सेंशन हुई,न ही कोई ग्राम पंचायत की राशि खर्च की गई।सरपंच द्वारा स्वंम के व्यय पर सड़क बनवाई गई है।
बृजमोहन पांडे, सचिव ग्राम पंचायत सिठौली