पुलिस ने गुमानपुरा थाने के हिस्ट्रीशीटर और असलम चिंटू को टोंक के पास से गिरफ्तार किया है। इस पर लूट, धमकाने, मारपीट व आर्म्स एक्ट का 16 केस दर्ज है। हाल ही आईजी ने इस पर 50 हजार रुपए का इनाम घोषित किया था। सिटी एसपी डॉ. अमृता दुहन ने बताया कि 30 मई को दादाबाड़ी निवासी फारुख खान ने रिपोर्ट दी थी कि 28 जून को चौपाटी के निकट गली में अकबर भाई के घर के सामने साथियों के साथ बैठा था। जहां गोलू पाटन का फोन आया। कुछ देर में एक गाड़ी में गैंगेस्टर असलम शेर खान उर्फ चिंटू, दानिश, गोलू पाटन व मोहसीन उर्फ बिट्टू आए। इन्होंने लठ व नल के पाइप से मारपीट की।
पिस्टल दिखाकर धमकाते हुए उनकी गाड़ी में रावतभाटा रोड पर ले गए। वहां कहने लगे, एक लाख रुपए प्रति महीने प्रोटेक्शन मनी जो भिजवाता था, वे बंद क्यों कर दिए? अब 1 लाख 50000 रुपए महीने देने पड़ेंगे। अगर रुपए नहीं देगा तो तेरे घर में सीताफल (ग्रेनेड) फोड़ दूंगा। उन्होंने फारुख का मोबाइल भी छीन लिया। तब डरे हुए फारुख ने हां कर दी। सूचना पर दोस्त जक्की उर्फ साहिल फारुख की पत्नी को लेकर रावतभाटा पहुंचा तो आरोपी भाग गए।
पहले यह आरोपी हो चुके गिरफ्तार- पुलिस ने प्रकरण में आरोपी दानिश, गोलू पाटन व मोहसीन उर्फ बिट्टू को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। मुख्य आरोपी असलम शेर खान उर्फ चिंटू फरार था। एएसपी दिलीपकुमार सैनी के निर्देशन में गुमानपुरा सीआई भूरीसिंह व सीआई वासुदेव के नेतृत्व में टीमों का गठन कर िचंटू की तलाश की गई। सीआई वासुदेव के नेतृत्व में वाली टीम, िजसमें एएसआई सतवीर सिंह, हैडकांस्टेबल बहादुर सिंह, कांस्टेबल प्रदीप थे। पता लगा कि असलम शेर खान उर्फ चिंटू दिल्ली से आ रहा है। इस पर टीम जयपुर-कोटा एनएच 52 पर पहुंची। जहां पता चला कि असलम कौथून रोड से टोंक की तरफ सड़क के किनारे खड़ा है, जहां उसे पकड़ िलया।