संसद का मानसून सत्र आज यानी सोमवार से शुरू हो रहा है। इसी क्रम में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण मंगलवार को केंद्रीय बजट पेश करेंगी। इस सत्र के दौरान विपक्ष भी नीटपेपर लीक और रेल सुरक्षा जैसे मुद्दों को लेकर सरकार को घेरने की तैयारी में है। प्रधानमंत्री ने कहा 'देशवासियों ने हमें यहां देश के लिए भेजा है, दल के लिए नहीं भेजा है। ये सदन दल के लिए नहीं, देश के लिए है। मुझे विश्वास है कि हमारे सभी सांसद पूरी तैयारी के साथ चर्चा को समृद्ध करें, कितने ही विरुद्ध विचार होंगे। देश को नकारात्मकता की जरूरत नहीं है बल्कि देश को प्रगति की विचारधारा से आगे बढ़ाना है। हम लोकतंत्र के इस मंदिर से भारत की सामान्य मानविकी की आकांक्षाओं को पूरा करने का प्रयास करेंगे।' प्रधानमंत्री ने विपक्ष से अपील करते हुए कहा कि 'साथियों मैं इस देश के सभी सांसदों से आग्रह करता हूं कि गत जनवरी से लेकर हमारे पास जितना सामर्थ्य था, जितनी लड़ाई लड़नी थी, लड़ ली, जो बात बतानी थी बता दी, लेकिन अब वो दौर समाप्त हुआ, देशवासियों ने अपना निर्णय दे दिया है। अब चुने हुए सभी सांसदों का कर्तव्य है और सभी राजनीतिक दलों की जिम्मेदारी है कि आने वाले पांच वर्षों तक हमें देश के लिए लड़ना है, देश के लिए जूझना है, एक और नेक बनकर जूझना है। आइए हम आने वाले चार-साढ़े चार साल दल से ऊपर उठकर सिर्फ और सिर्फ देश को समर्पित होकर संसद के इस गरिमापूर्ण सत्र का उपयोग करें।'