सांपों के संरक्षण के लिए मुहीम आज शुरू करेंगे
कोटा | मानसून के चलते सांप बिलों से बाहर आने लगे हैं। इस सीजन में ब भी कई लोगों को डस लिया है। कोटा यूनिवर्सिटी के रेप्टिलियन साइंस के कॉओर्डिनटोर डॉ. विनीत महोबिआ ने बताया कि विडंबना है कि झाड़फूक व सांप को मारने के चक्कर में मरीज अपना समय खराब कर देते हैं जिससे मरीज के इलाज में देर हो जाती है। मुसीबत बढ़ जाती है। मरीज सांप को मारने या पकड़ने में समय खराब करता है। सांप की प्रकृति के अनुसार - इलाज होता है, ताकि जल्द से जल्द मरीज को जहर से छुटकारा दिलाया जा सके। सांप पकड़ने का प्रयास करते हैं जो जानलेवा हो जाता है।