बून्दी। बून्दी जिले मे मीड डे मिल योजना मे विधालयो मे खाघ सामग्री पहुंचाने के लिये खाघ सामग्री पहुंचाने का टेन्डर नही होने के कारण व्यवधान बना हुआ है। सरकार ने खाघ सामग्री का आवंटन कर दिया है। परन्तु विधालयो मे खाघ सामग्री की जरूरत है या नही इसको लेकर असमंजस बना हुआ है। 

मिड डे मिल योजना मे पिछले दिनो जिला रसद कार्यालय के माध्यम से विधालयो मे खाघ सामग्री पहुंचाने के लिये टेन्डर आमंत्रित किये थे। खाघ सामग्री पहंुंचाने के लिये 5 टेन्डर प्राप्त हुये। जिसमे गौतम टेªेडर्स ने 33 रूपये, जगदम्बा ने 16 रूपये, हाडौती एन्टरप्राइजेज ने 22 रूपये, राधे एन्टरप्राइजेज ने 55 पैसे, प्रजापति ट्रेडर्स ने 3 रूपये दर डाली थी। परन्तु असन्तुलित दरे होने के कारण उपानन समिति प्राप्त टेन्डरो पर कोई निर्णय नही कर पाई है। इसी बीच सरकार ने मिड डे मिल योजना मे लगभग 19 हजार 500 गेंहू के कटटो का आवंटन कर दिया। एक जुलाई से विधालय खुल गये है और विधालय खाघ सामग्री की मांग करने लग गये है। इस संवाददाता द्वारा जब हिण्डोली क्षेत्र के तीन विधालयो मे फोन कर खाघ सामग्री की वास्तविकता जाननी चाही जिस पर विधालयो ने खाघ सामग्री की आवश्यकता बताई। 

दूसरी और खाघ सामग्री परिवहन मे असंतुलित दरे आने के कारण परिवहन कार्य करने के लिये जिला रसद अधिकारी ने बून्दी क्रय विक्रय सहकारी समिति को पत्र लिखा है। सहकारी समिति खाघ सामग्री परिवहन की सरकारी दर 72 रूपये प्रति क्विंटल पर काम करने को तैैयार नही है। समिति 120 रूपये प्रति क्विंटल की मांग कर रही है। जबकि वर्तमान मे इस काम को हाडौती एन्टरप्राइजेज 22 रूपये प्रति क्विंटल मे कर रहा है। यहां यह भी बता देना उचित होगा कि कोटा मे यही कार्य मात्र 55 पैसे प्रति क्विटल मे किया जा रहा है। झालावाड मे भी इसी दर पर परिवहन का कार्य हो रहा है। पूरे राजस्थान मे नियम एक ही है पर अधिकारी नियमो की व्याख्या अपने अपने हिसाब से कर रहे है। इसमे बून्दी के अधिकारियो की मंशा साफ है लेकिन कोटा व झालावाड मे नीयत मे खोट है। 

इनका कहना है.................

मिड डे मिल योजना मे खाधान्न परिवहन के कार्य मे असन्तुलित निविदाएं प्राप्त हुई है। जिससे टेन्डर का निस्तारण नही किया जा रहा है। नये टेन्डर होने तक वैकल्पिक व्यवस्था कर कार्य करवाया जायेगा। अन्य जिलो मे किस दर पर कार्य हो रहा है इससे हमे कोई लेना देना नही है। परन्तु बूंदी मे 55 पैसे मे काम नही होगा। घनश्याम शर्मा, अतिरिक्त जिला कलक्टर ( प्रशासन ) एवं अध्यक्ष उपानन समिति। 

अभी विधालयो मे खाघ सामग्री की आवश्यकता नही है। कुछ विधालयो मे 15 अगस्त तक की खाघ सामग्री पडी हुई है वही कुछ विधालयो मे जुलाई माह तक की। इसके विपरित कुछ विधालय खाघ सामग्री की मांग कर रहे है। यदि किसी विधालय मे खाघ सामग्री की आवश्यकता है तो वह उचित मूल्य की दुकान से सामग्री प्राप्त कर सकता है। हमने इसकी व्यवस्था कर दी है। राजेन्द्र कुमार व्यास, जिला शिक्षा अधिकारी ( प्रारंभिक )

कोटा जिले मे मिड डे मिल योजना मे खाघ सामग्री परिवहन का कार्य 55 पैसे प्रति क्विटल की दर पर दिया हुआ है। पुष्पा हीरवानी, जिला रसद अधिकारी, कोटा