एक आम यूजर का मानना होता है कि फोन में जितने ज्यादा सेंसर दिए जाएंगे फोन उतने ही अच्छे फोटो क्लिक कर पाएगा। लेकिन असल में ऐसा होता नहीं है। बल्कि हर एक सेंसर का अलग-अलग काम होता है। फोन में मिलने वाले चार सेंसर क्या करते हैं। सब इस खबर में एक्सप्लेन कर रहे हैं। इससे आपको पता चलेगा कि कौन सा सेंसर कितना जरूरी है।
नया स्मार्टफोन खरीदते वक्त सबसे ज्यादा तरजीह कैमरा क्वालिटी को दी जाती है। पहले देखा जाता है कि उसमें कितने कैमरे दिए गए हैं। एक आम यूजर के बीच धारणा है कि अगर फोन में ज्यादा कैमरे दिए जाएंगे तो फोटो उतने ही अच्छे क्लिक हो पाएंगे।
ऐसे में सवाल है कि क्या वाकई फोन में अधिक सेंसर होने से फोटो क्वालिटी पर फर्क पड़ता है या सिर्फ हवा-हवाई बातें है। इन दिनों चार सेंसर वाले फोन खूब चलन में है, जिनके अलग-अलग काम हैं। हम इस खबर के जरिये आपको इन चारों सेंसर्स का काम समझाने का प्रयास करेंगे।
वाइड एंगल लेंस
आमतौर, पर आज से कुछ सालों पहले तक फोन सिर्फ वाइड एंगल लेंस के साथ आते थे, लेकिन अब स्मार्टफोन चार-चार सेंसर के साथ पेश किए जा रहे हैं। चूंकि, इस सेंसर का इस्तेमाल सबसे ज्यादा फोन में किया जाता है तो सबसे पहले इसी का काम समझते हैं
मतलब साफ है कि अगर यह सेंसर सबसे ज्यादा इस्तेमाल किया जाता है तो इसके पास बाकी के सेंसर के मुकाबले काम भी ज्यादा है। रोजमर्रा की फोटोग्राफी के लिए यह सेंसर सबसे अच्छा है। भले ही कितना सस्ता फोन क्यों न हो, उसमें इस सेंसर को ही प्राइमरी सेंसर के तौर पर दिया जाता है।