कोटा. कोटा मेडिकल कॉलेज व जिला क्षय निवारण केंद्र कोटा के बाद अब कैथून सीएचसी में भी सीबीनाट मशीन से टीबी रोगियों की जांच का कार्य होगा। राज्य सरकार द्वारा ये मशीन लगाई गई। जिला क्षय रोग निवारण केंद्र कोटा से जिला क्षय रोग अधिकारी डॉक्टर एस एन मीणा की उपस्थिति में इस मशीन को चालू किया गया। इसको चलाने के लिए लेब के समस्त एलटी को एसटीएलएस पवन शर्मा,पुष्पेंद्र सिंह सोलंकी द्वारा ट्रेनिंग दी गई। कैथून में यह जांच सुविधा चालू होने के बाद कैथून सहित आसपास के गांवो से जैसे बनियानी अरंडखेड़ा,गोदलिया हेड़ी ,देवली मांझी,खेड़ा रसूलपुर,मवासा आदि के टीबी पेशेंट भी यहा जांच करवाकर अपना उपचार शुरू करवा सकते है। सीबीनाट मशीन पूरी तरह से एयर कूल्ड है इसके साथ ही यह मशीन एडवांस नॉन पावर कट है। कैथून चिकित्सा अधिकारी प्रभारी डॉक्टर राजेश सामर ने बताया की यह मशीन लगने पर अब टीबी रोगियों की जांच का दायरा बड़ जायेगा, यहां कैथून उपखंड के समस्त संभावित टीबी रोगी अपनी जांच करवा कर टीबी का इलाज शुरू करवा सकेंगे। जांच सेवाए नियमित चले इसके लिए सीएचसी के सभी लेब टेक्नीशियन को ट्रेनिंग दी जा चुकी है। वहीं डॉ. सामर ने बताया की इस प्रकार की एक जांच का खर्च 3से 4 हजार रुपए आता है। जांच खर्च अधिक होने के कारण टीबी रोगी जांच नही करवा पाते थे। अब सीबी नाट लगने के बाद  टीबी पेशेंट को कोटा नही जाना पड़ेगा। साथ ही किसी प्रकार का कोई पैसा भी खर्च नहीं होगा। जल्द रिजल्ट मिलने से टीबी रोगी को शीघ्र इलाज मिल सकेगा। यह मशीन टीबी रोग का पता लगाने के साथ साथ ड्रग सेंसिटिविटी का भी पता चल जायेगा। इस दौरान डॉ सुरेंद्र श्रीवास्तव,डॉ मनीष जैन सीएचसी कैथून के लेब प्रभारी हेमराज नागर ,शिवराज नागर , महेंद्र मेहरा, मुकेश यादव,जलाहुद्दीन ,साधना यादव, आदि उपस्थित थे।