कोटा। कोटा बैराज से चंबल की नहरों में पानी छोड़ने की मांग को लेकर कोटा कूच कर रहे करीब डेढ़ दर्जन किसानों को पुलिस ने हिरासत में लिया है। किसानों व प्रशासन के बीच दूसरे दौर की वार्ता विफल रहने के बाद किसान कोटा की तरफ कूच की तैयारी कर रहे थे। इसी दौरान दोपहर ढाई बजे करीब पुलिस ने किसान नेता हरजिंदर सिंह, गिर्राज गौतम, नवीन श्रृंगी, जसपाल बल, जसपाल ठाकुर, रामस्वरूप पहाड़, बुद्धाराम चौधरी निर्मल सिंह, मोहन मेरोठा को हिरासत ले लिया। किसानों ने पिछले 24 घंटे से केशवरायपाटन थाना क्षेत्र में लालसोट मेगा हाईवे स्थित गणेश मंदिर पर पड़ाव डाल रखा था। चंबल की नहरों में पानी नहीं छोड़ने पर किसानो ने कोटा बैराज के गेट खोलने की चेतावनी दे रखी थी। 

24 घंटे में यूं चला
घटनाक्रम तय कार्यक्रम के अनुसार मंगलवार सुबह 11 बजे से शुगर मिल संयुक्त किसान समन्वय समिति के बैनर तले किसान ट्रैक्टर लेकर केशवरायपाटन थाना क्षेत्र में लालसोट मेगा हाईवे स्थित गणेश मंदिर पर इकट्ठे हुए। एसडीएम दीपक महावर, डीएसपी आशीष भार्गव और एएसपी उमा शर्मा प्रदर्शनकारियों से वार्ता करते रहे। प्रदर्शनकारियों ने दोपहर 2 बजे तक नहरों में पानी नहीं छोड़ने पर कोटा कूच करने की चेतावनी दी। किसानों ने पड़ाव स्थल पर भोजन का इंतजाम शुरू कर दिया। शाम 4 बजे करीब प्रशासन की ओर से वार्ता का बुलावा आया। समिति के 6 वरिष्ठ सदस्य शाम 5 बजे वार्ता के लिए कोटा पहुंचे। समिति सदस्य व किसान नेता दशरथ कुमार, भंवरलाल चौधरी, नवीन श्रृंगी की अगुवाई में संभागीय आयुक्त से 1 घंटे वार्ता चली। वार्ता बेनतीजा रही। 

उधर, किसानों बैराज गेट खोलने की चेतावनी दे रखी थी, वार्ता के बाद समिति के सदस्य पड़ाव स्थल पर पहुंचे और समिति सदस्यों से चर्चा के बाद प्रदर्शनकारियों ने कोटा की ओर कूच का ऐलान किया है। रात साढ़े 8 बजे करीब प्रशासन की ओर से वार्ता का बुलावा आया। जिसके बाद किसानों ने बुधवार सुबह 11 बजे तक कोटा कूच स्थगित किया। बुधवार सुबह साढ़े 11 बजे करीब 6 सदस्यीय किसानों का प्रतिनिधिमंडल प्रशासन से वार्ता के लिए कोटा पहुंचा। करीब 1 घंटे तक वार्ता चली। जिसमें प्रशासन की और से राज्य सरकार के स्तर पर 8 जुलाई तक निर्णय होने का आश्वासन दिया। इसपर किसानों ने वार्ता को विफल बताया। सदस्यो के कोटा से लौटने के बाद किसानों ने कोटा कूच की रणनीति बनाई। कुछ किसान ट्रैक्टर पर बैठकर कोटा की तरफ जाने की कोशिश कर रहे थे। पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया।

8 जुलाई को किसान पुनः सीएडी कार्यालय कोटा पर पड़ाव डालेंगे- गौत्तम
किसान नेता गिर्राज गौतम ने बताया कि खरीफ की फसलों के लिए नहरी पानी की मांग को लेकर क्षेत्र के किसान 2 दिनों से ट्रैक्टरों के साथ पाटन लालसोट मेगा हाईवे पर डेरा डाले हुए थे किसानों ने कोटा बेराज कुच की चेतावनी दे रखी थी  किसानों के प्रतिनिधि मंडल की सीएडी प्रशासन से दूसरे दौर की वार्ता हुई जिसमे पानी छोड़ने को लेकर कोई निष्कर्ष नहीं निकल पाया सीएडी प्रशासन ने कहा की 8 तारीख को पुनः बड़ी बैठक होगी जिसमें सभी संभावनाओं को देखते हुए निर्णय लिया जाएगा। इससे लालसोट मेगा हाईवे पर जमे किसान नाराज हो गए। 

युवा किसान नेता गिर्राज गौतम ने कहा की नहरी पानी पर किसानों का अधिकार है और कोई इसे नही छीन सकता, ये लड़ाई नहरों में पानी छोड़े जाने तक जारी रहेगी। गौतम ने कहा कि उन्हें ओर उनके किसान साथियों को हिरासत में ले लिया और बाद में जमानत पर छोड़ा गया। किसानों ने तय किया है ये लड़ाई जारी रहेगी 8 जुलाई को किसान पुनः सीएडी कार्यालय कोटा पर पड़ाव डालेंगे और वही से बैराज कुच का निर्णय करेंगे। बारिश नही होने से किसानों को नहरी पानी की अत्यंत आवश्यकता है, अगर जल्द नहरों में पानी नहीं छोड़ा तो किसानों की आर्थिक स्थिति बहुत ज्यादा बिगड़ जाएगी।

 पानी व्यर्थ बहाया, नहरों में नहीं दिया
समिति से जुड़े नवीन श्रृंगी ने बताया कि सीएडी प्रशासन ने बैराज में 10 हजार क्यूसेक से ज्यादा पानी व्यर्थ बहा दिया। लेकिन नहरों में नहीं छोड़ा। जब बांधों में पर्याप्त पानी है तो किसानों के लिए नहरों में क्यों नहीं छोड़ा जा रहा? किसानों ने 18 जून को संभागीय आयुक्त कार्यालय पर धरना देकर 1 जुलाई से नहरों में पानी छोड़ने की मांग की थी।