हाथरस के पुलराई गांव में मंगलवार दोपहर करीब डेढ़ बजे दर्दनाक हादसा हुआ। यहां भोले बाबा नामक शख्स के सत्संग में भगदड़ मच गई। इसमें 122 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई। घटना पर यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जांच के आदेश दिए हैं। डीजीपी और गृह सचिव मौके पर पहुंच कर राहत कार्य का जायजा ले रहे हैं। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने घटना पर दुख जताया है। पीएम मोदी ने भी लोकसभा ने इस हादसे पर दुख जताया है और राज्यसरकार के साथ मिलकर पीड़ितों की हर संभव मदद की बात की है। वहीं, राहुल गांधी सहित इंडिया गठबंधन के नेताओं भी घटना पर दुःख जताया है।
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि खेत में सत्संग का पंडाल लगा हुआ था, सत्संग का समापन होने के बाद गुरुजी की कार निकली। उनके पैर छूने के लिए लोग दौड़ पड़े और भगदड़ मच गई। कई लोग गिर गए और उन पर चढ़कर लोग निकलने लगे।
प्रत्यक्षदर्शी रामदास ने बताया कि वह अपनी पत्नी को दवा दिलाने के लिए अलीगढ़ लेकर गए थे, वहां से लौटकर सत्संग में शामिल होने के लिए आए। रामदास सेवादारों के पास बाहर बैठ गए, जबकि उनकी पत्नी सत्संग में अंदर चली गईं और हादसे का शिकार हो गईं। रामदास ने कहा कि उन्हें बताया गया कि उनकी पत्नी को एंबुलेंस में अस्पताल लेकर गए हैं।
रामदास ने बताया कि हम पंडाल से दूर बैठे थे, हमने देखा कि अचानक से भीड़ निकली, करीब डेढ़ से 2 लाख लोगों की भीड़ थी, 50 से 60 बीघा का खेत था, जिसमें पंडाल लगा था, पूरा रोड जाम था। उन्होंने कहा कि मेरी पत्नी की भोले बाबा में आस्था थी। हाथरस में हुए हादसे में राहत कार्य के लिए पीएसी की तीन कंपनियां और एसडीआरएफ की एक कंपनी मौके पर रवाना की गई है।
पीटीआई के मुताबिक मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बुधवार को हाथरस का दौरा कर सकते हैं। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि यूपी के मुख्यमंत्री लगातार स्थिति का जायजा ले रहे हैं। यूपी के मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह और डीजीपी प्रशांत कुमार को मौके पर पहुंचने के निर्देश दिए गए हैं। घटना के कारणों की जांच के लिए एडीजी आगरा और अलीगढ़ मंडलायुक्त की एक टीम गठित की गई है। यूपी सरकार ने एक बयान में कहा कि रिपोर्ट 24 घंटे के भीतर सौंपी जानी है। बयान में यह भी कहा गया है कि मुख्यमंत्री अपने आवास पर वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक कर रहे हैं।
सीएम योगी आदित्यनाथ तीन मंत्रियों, मुख्य सचिव और डीजीपी के लगातार संपर्क में हैं और उन्हें मौके पर भेजा है। सरकारी बयान में कहा गया है कि मुख्यमंत्री ने घटना के दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए हैं, उन्हें बख्शा नहीं जाएगा। वहीं, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से बात की और हाथरस में भगदड़ के बाद बने हालात से निपटने के लिए उन्हें हर संभव केंद्रीय मदद का आश्वासन दिया।
अमित शाह ने जताया दुख
वहीं, अमित शाह ने एक्स पर लिखा कि हाथरस में हुए हादासे के संबंध में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से बात की और घटना की जानकारी ली। केंद्र सरकार से हर संभव मदद का आश्वासन दिया। एनडीआरएफ की मेडिकल टीम भी जल्द ही हाथरस पहुंच रही है, इससे पहले गृह मंत्री ने हाथरस में भगदड़ पर दुख व्यक्त किया और जान गंवाने वालों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की।