लाखेरी. सोमवार को लाखेरी पालिका में लंबे समय से एनजीओ के माध्यम से कार्यरत सफाई श्रमिक, उद्यान कर्मी, दमकल,रैन बसेरों सहित नगर पालिका कार्यालय में कार्य करने वाले करीब 165 कर्मचारियों को नगर पालिका में आर्थिक तंगी के चलते कार्य मुक्त कर दिया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार शहर की सफाई व्यवस्था एनजीओ के कर्मचारियों पर निर्भर है। एनजीओ के माध्यम से करीब 100 सफाई कर्मचारी, उद्यान कर्मी 40, दमकल में सहायक कर्मी 5, रैन बसेरों एवं नगर पालिका कार्यालय में 20 अपनी सेवाएं दे रहे थे जिन्हें नगर पालिका प्रशासन के कार्य मुक्त करने के बाद शहर की सफाई व्यवस्था बेपटरी हो सकती हैं। फिलहाल कचरा टीपर चालक व सहायक कर्मी को छोड़कर सभी अस्थाई कर्मचारीयों की आज से छुट्टी कर दी। वहीं अब शहर के तीनों सेक्टरों की सफाई व्यवस्था स्थाई कर्मचारीयों के भरोसे है। जिनकी संख्या शहर की आबादी के अनुसार बहुत कम है। दूसरी ओर शहर की नगर पालिका लंबे समय से आर्थिक तंगी का सामना कर रही है।जिसके चलते एनजीओ कर्मचारियों का पिछले करीब 6 महीने का भुगतान बकाया चल रहा है। इसके चलते कर्मचारियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा था। वहीं एनजीओ के माध्यम से नगर पालिका में कार्यरत कर्मचारियों को बड़ी संख्या में एक साथ हटाना शहर में चर्चा का विषय बना हुआ है।